जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। धरती पर भी कभी एलियन रहते थे। यह सुनने में अजीब लगे लेकिन अब इसके प्रमाण मिले हैं। वारसॉ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मुस्लिम देश में 8 हजार साल पुरानी मिली अनोखे सिर वाली दुर्लभ कलाकृति को लेकर हुए शोध में एलियन को लेकर जानकारी सामने आई है। एलियंस को लेकर समय समय पर दावे किए जाते रहे हैं। ऐसा ही दावा कुछ साल पहले किया गया था। तब सवाल उठा था कि क्या एलियन किसी और दुनिया में रहते हुए भी इस पृथ्वी पर आते-जाते रहते हैं। सवाल यह भी था कि क्या इसके लिए उन्होंने कोई शहर भी बसा रखे हैं? जानकारों का कहना है कि ऐसे शहर हैं जो कि इंसानी बस्तियों के पास होने पर भी इंसानी नजरों से दूर हैं। अगर इन दावों पर यकीन किया जाए तो मैक्सिको के पास से ऐसी ही एलियन सिटी के मिलने का दावा किया गया था। एलियन हंटर कहने वाले कुछ लोगों के ग्रुप ने कुछ साल पहले दावा किया था कि उन्होंने एलियन सिटी को खोज निकाला है। ये एलियन सिटी पानी के भीतर बसी है। इसकी उपस्थिति कैलिफोर्निया की खाड़ी में है। एलियंस की जानकारी रखने वालों का खास दावा तो इस बात का है कि इस 76 मील लंबे शहर को मैक्सिकन तट से 45 मील की दूरी से भी देखा जा सकता है। यह 2.4 मील चौड़ा है। अब कुवैत में भी एलियन सिटी होने का दावा किया जा रहा है। कुवैत में खुदाई के दौरान एक अजीब सी मिट्टी की बनी हुई सिर की आकृति मिली है। यह आकृति तकरीबन आठ हजार साल पुरानी है। इस खोज ने पुरातत्वविदों को हैरान कर दिया है। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि यह कैसे बनी होगी। वारसॉ विश्वविद्यालय ने बताया है कि कुवैती-पोलिश पुरातात्विक मिशन के शोधकर्ताओं को मिली कलाकृति धरती पर एलियन होने का संकेत है। उनका मानना है कि ये कलाकृति एलियन से जुड़ी है। अन्य शोधकर्ताओं का भी मानना है कि करीब सात से आठ हजार साल पहले धरती पर भी एलियन रहते थे। वारसॉ विश्वविद्यालय के बयान में इस कलाकृति को खुदाई की सबसे उल्लेखनीय खोजों में से एक बताया गया है। ये एक बारीकी से बनाया गया मिट्टी का सिर है। जिसमें लम्बी खोपड़ी, तिरछी आंखें और चपटी नाकहै। यह मूर्ति प्राचीन मेसोपोटामिया के उबैद काल की है। जो कांस्य युग से पहले का है। पुरातत्वविदों का अनुमान है कि यह कलाकृति छठी सहस्राब्दी ईसा पूर्व के दौरान बनाई गई थी। बता दें कि बहरा-1 स्थल अरब प्रायद्वीप में सबसे पुरानी और सबसे बड़ी ज्ञात बस्तियों में से एक है। ये क्षेत्र का पुराना ज्ञात मिट्टी के बर्तनों का उत्पादन स्थल भी है। खुदाई करने वालों को पौधों के छोटे-छोटे टुकड़े भी मिले जो मिट्टी के बर्तन बनाते समय मिट्टी में मिलाए गए थे। शोधकर्ता डॉक्टर रोमन होवसेपियन ने खोज पर हैरानी जताई। उनका कहना है कि अमेरिका के वैज्ञानिक और सरकार एलियन को लेकर कई दावे करती रही हैं। अमेरिकी नागरिक भी कई मौकों पर आसामन में रहस्यमयी वस्तु देखने के दावे कर चुके हैं। ऐसा माना जाता रहा है कि जैसे हम अंतरिक्ष में मानव बस्ती बसाने की कोशिश कर रहे हैं, वैसे ही एलियन की दुनिया भी इंसानों से ज्यादा तरक्की की हैं। वे भी अंतरिक्ष में जीवन की तलाश में भटकते हैं। हो सकता हो कि वे हमारी धरती पर नजर रख रहे हैं। सिर्फ अमेरिका ही नहीं दुनिया के कई देश आसमान में रहस्यमयी वस्तु देखे जाने का दावा कर चुके हैं। अमेरिका में 1953 में एक नाई के दावे से हड़कंप मच गया था। वहीं अब कुवैत को लेकर भी ऐसे ही दावे किए जा रहे हैं।
Rajneesh kumar tiwari