जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। दुनिया के नक्शे में सिर्फ 15 देश। यह बात अटपटी और अविश्वनीय लग रही है लेकिन इन दिनों दुनिया का एक मैप खूब वायरल हो रहा है। इस मैप में ऐसी ही परिकल्पना पेश की गई है। इसमें अमेरिका का विस्तार ओर अफगानिस्तान-पाकिस्तान को मिलाकर अखंड भारत बनाने की भी कल्पना की गई है। सोचिए दुनिया का नक्शा कैसा दिखेगा जब कनाडा और मेक्सिको अमेरिका का हिस्सा बन जाए। रूस फिर से सोवियत संघ यानी यूएसएसआर में तब्दील हो जाए। पाकिस्तान और अफगानिस्तान का नामोनिशान मिट जाए। दोनों अखंड भारत में जा मिलें। वर्ल्ड मैप में सिर्फ 15 देश हों। फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा है, लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर एक नक्शा वायरल हो रहा है। बता दें कि जस्टिन ट्रूडो के कनाडा के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिप्पणी की। डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का अपना प्रस्ताव दोहराया। रिपोर्ट के अुनसार 2017-2021 के अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का विचार पेश किया था। वह कई बार अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर इसका जिक्र करते रहे हैं। इन सब बातों ने ट्रंप ने अपनी विस्तारवादी महत्वाकांक्षा जगजाहिर कर दी है। ट्रंप ग्रीनलैंड को भी कब्जाना चाहते हैं। अगर कनाडा और ग्रीनलैंड अमेरिका के हो जाते हैं तो क्या ट्रंप का अगला निशाना मेक्सिको नहीं होगा। इन अटकलों के बीच न्यू वर्ल्ड आर्डर मैप वायरल हो रहा है। न्यू वर्ल्ड आर्डर मैप के बारे में बात करें तो बिग थिंक की रिपोर्ट में इसका जिक्र है। रिपोर्ट के अनुसार न्यू वर्ल्ड आर्डर मैप को सबसे पहले 1942 में प्रकाशित किया गया। अमेरिकी राज्य पेंसिल्वेनिया के फिलाडेल्फिया शहर में मौरिस गोम्बर्ग ने इसका प्रकाशन किया गया। मौरिस ने तब दावा किया कि वर्ल्ड वॉर-2 के बाद दुनिया के मानचित्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। दुनिया में 15 देश ही वजूद में रह जाएंगे। अब एक बार फिर दुनिया में इस मैप को लेकर बहस शुरू हो गई है। इसके अनुसार जिसमें कनाडा के अलावा सभी मध्य अमेरिकी देश जैसे ग्वाटेमाला, पनामा, निकारागुआ अमेरिका का हिस्सा होंगे। इसके अलावा अल साल्वाडोर, कोस्टा रिका, होंडुरस, बेलीज, डोमिनिकन गणराज्य और क्यूबा भी शामिल हो जाएंगे। एंटीगुआ, बहामास, बारबाडोस और डोमिनिका जैसे कैरेबियाई देश भी इसका हिस्सा होंगे। ग्रीनलैंड और आइसलैंड जैसे अटलांटिक द्वीप के अलावा मेक्सिको भी अमेरिका में शमिल हो जाएगा। मौरिस ने रूस को भी अमेरिका के समान ही मजबूत दिखाया है। रूस के मैप में आज के ईरान, मंगोलिया, मंचूरिया, फिनलैंड और पूरे पूर्वी यूरोप का हिस्सा शामिल दिखाया गया। आस्ट्रिया और जर्मनी का भी एक बड़ा हिस्सा, सोवियत संघ में ही दिखाया गया। मैप में एक नए देश संयुक्त राज्य दक्षिण अमेरिका का भी जिक्र है। जिसमें सभी दक्षिण अमेरिकी राज्य शामिल किए गए हैं। इसमें गुयाना, सूरीनाम और फ्रेंच गुयाना के साथ-साथ फॉकलैंड द्वीप इसके हिस्से हैं। नक्शे में अफ्रीकी गणराज्य संघ के बारे में भी बात की गई है। जिसे पूरे अफ्रीका गणराज्यों का एक संघ बताया गया। वहीं, मिडिल ईस्ट के देशों जैसे सऊदी अरब, इराक और सीरिया को मिलाकर नए देश अरेबियन फेडरेटेड रिपब्लिक का जिक्र किया गया है। भारत को लेकर मौरिस ने ऐसा नक्शा दिया है जो काफी हद तक शक्तिशाली है। यह अखंड भारत के संभावित नक्शे से मिलता है। इस नक्शे में भारत के अंदर आज के अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार को भी दिखाया गया है। मैप में भारत को फेडरेशन रिपब्लिक आफ इंडिया नाम दिया गया है। इस मैप में वर्तमान चीन के स्थान पर एक संयुक्त चीनी गणराज्य को दिखाया गया है। मैप के अंदर चीन में दक्षिण और उत्तर कोरिया के साथ-साथ वियतनाम, लाओस, कंबोडिया, थाईलैंड और मलाया के बड़े हिस्से को भी शामिल किया गया है। इसी तरह जर्मनी, फ्रांस और स्पेन को मिलाकर एक किया गया है। इन्हें मिलाकर एक संयुक्त राज्य यूरोप बनाया गया है। इसमें जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, स्पेन, पुर्तगाल और इटली को भी शामिल कर लिया गया है।
Rajneesh kumar tiwari