जनप्रवाद संवाददाता, संभल। यूपी के संभल से बड़ी खबर आई है। संभल हिंसा के पीछे कोई आम वजह नहीं बल्कि बांग्लोदश जैसे भयानक हालात पैदा करने की कोशिश का संदेह जताया जा रहा है। इसमें पाकिस्तान और अमेरिका का नाम सामने आ रहा है। पुलिस की टीम ने तलाशी के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूस के खोखे बरामद किए हैं। हिंसा में विदेशी कारतूसों का प्रयोग किया गया था। 24 नवंबर को संभल में हिंसा और पुलिस पर हुए पथराव को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।इस बवाल में अवैध हथियारों से फायरिंग की गई थी। आरोपियों ने हथियारों में पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूसों का इस्तेमाल किया था। पुलिस ने पाकिस्तान और अमेरिका में बने पांच खोखे और एक कारतूस मिलने की पुष्टि की है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि उपद्रवियों ने जामा मस्जिद पर पहुंचने से पहले ही सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे। इसके बाद पुलिस पर पत्थरबाजी के साथ गोली भी चलाई। उसके ही प्रमाण मिले हैं। अब पुलिस के सामने 9 एमएम पिस्टल को बरामद करना किसी चुनौती से कम नहीं है। एसपी का कहना है कि हमारी जांच विदेशी एंगल के हाथ के बिंदु पर चल रही है। जल्द ही उन हथियारों को भी बरामद किया जाएगा जिनका इस्तेमाल बवाल के दौरान उपद्रवियों ने किया है। एसपी ने बताया कि उपद्रवियों ने पूरी साजिश के साथ घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि जहां सीसीटीवी कैमरे तोड़े गए हैं वहां से मिली डीवीआर को रिकवर किया जा रहा है। जिससे कोई अहम सबूत उपद्रवियों के खिलाफ मिल सके। एसपी ने बताया कि स्थानीय खुफिया इकाई एलआईयू की टीम के साथ पुलिस की जांच टीम ने सर्च अभियान चलाया था। एलआईयू की टीम ने बवाल वाले इलाकों में मेटल डिटेक्टर से तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान एलआईयू की टीम ने पाकिस्तान निर्मित एमएम का खोखा और कारतूस बरामद किया। कुछ दूरी पर अमेरिकन निर्मित 312 के दो खोखे मिले। मेटल डिटेक्टर से ही सर्च अभियान आगे बढ़ाया जाएगा। बता दें कि बवाल में पांच एफआईआर संभल कोतवाली में दर्ज की गई और दो एफआईआर नखासा थाने में दर्ज हुईं। इसमें 40 नामजद और 2750 अज्ञात आरोपी बनाए गए हैं। इसमें 32 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। इन आरोपियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
Rajneesh kumar tiwari