May 28, 2024
संवाददाता, बिजनौर। संभल के बाद अब बिजनौर के बाबाजी प्रचंड गर्मी में धूनी रमाकर तपस्या में लीन हो चुके हैं। तपती गर्मी में बाबाजी को इस तपस्या को देखकर हर कोई दंग है। दूर-दूर से लोग बाबा जी को देखने आ रहे हैं। वहीं ऐसा ही मामला संभल जिले में भी देखा गया था। यहां अग्नि तपस्या कर रहे बुजुर्ग साधु की जान चली गई थी। देखिए बिजनौर से हमारे संवाददाता सत्येंद्र सिंह की खास रिपोर्ट। पूरा मामला बिजनौर जिले के तहसील धामपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम नरेलीपुर बाकरा बाद का है। यहां भीषण गर्मी के बीच खुले आसमान में बाबा मंगल नाथ आग जलाकर तपस्या कर रहे हैं। उन्होंने अपने चारों तरफ गोल घेरे में आग जला रखी है। खुद उसके बीच में बैठकर तपस्या कर रहे हैं। प्रचंड गर्मी में बाबाजी की अद्भुत तपस्या को देखने जो भी आ रहा है वह दंग रह जा रहा है। बता दें कि दूर-दूर से लोग उनके दर्शन करने आ रहे हैं। यह तपस्या जगह-जगह चर्चाओं का विषय बनी हुई है। कई लोग बाबाजी को सिद्ध संत बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि तेज गर्मी में जहां लोग पंखे, कूलर और एसी की ओर भाग रहे हैं वहीं बाबाजी आग के बीच तपस्या में लीन हैं। ग्रामीणों ने हमारे संवाददाता को बताया कि महाराज जी ने देश में सुख शांति के लिए यह संकल्प लिया है। महाराज 41 दिन की अग्नि तपस्या में लीन हो चुके है। बता दें कि बाबाजी ने यह तपस्या 10 मई से शुरू की थी। वहीं बाबा के दर्शन को आई महिलाओं का कहना है कि ऐसी विकराल गर्मी में हम महिलाए चूल्हे के सामने रोटियां सही से नहीं सेंक पाती हैं। वहीं महाराज जी अपने चारों तरफ अग्नि जलाकर प्रभु की गाथा में लीन है। अपनी तपस्या के बारे में बाबा मंगलनाथ ने बताया कि लोगों की सुख और समृद्धि के लिए 41 दिन की अग्नि तपस्या का संकल्प लिया है। बाबाजी की तस्पया को लेकर प्रधान पति ने कहा कि जब से महाराज हमारे गांव में आए हैं तब से बहुत ही सुख शांति है। बता दें कि ऐसा ही मामला संभल जिले से आया है, जहां धूनी जलाकर तपस्या कर रहे एक बुजुर्ग संत पागल बाबा की जान चली गई। भीषण गर्मी से राहत दिलाने, नशा मुक्ति और विश्व शांति के लिए वो तपस्या कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
Rajneesh kumar tiwari