May 8, 2024
ग्रेटर नोएडा, संवाददाता: जीरो कार्बन को लेकर दुनिया में अब भारत का डंका बचेगा। जापान की कंपनी पीएम मोदी के जीरो कार्बन के सपने को साकार करने जा रही है। ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में देश का रीसाइकलिंग प्लांट स्थापित होगा।
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जापानी सिटी में टीबीएम कंपनी करेगी निवेश
भारत में जापान की जीरो कार्बन के साथ रीसाइकलिंग करने वाली टीबीएम कंपनी जल्द काम शुरू कर देगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली जापानी सिटी में यह कंपनी निवेश करेगी। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने जापान दौरे के समय इस कंपनी से संपर्क किया था। जिसके बाद अगस्त में इस कंपनी के अधिकारी यमुना क्षेत्र का दौरा करेंगे। बता दें कि यह कंपनी रीसाइकलिंग वेस्ट और बायो मेडिकल वेस्ट को रीसाइक्लिंग करके लाईमेक्स पदार्थ बनाती है, जो जीरो कार्बन पदार्थ है।
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रीसाइकलिंग वेस्ट का सही सदुपयोग होना बेहद जरूरी
बता दें कि किसी भी स्वच्छ शहर के लिए उसके रीसाइकलिंग वेस्ट का सही सदुपयोग होना बेहद जरूरी है। जापान के टोक्यो की टीबीएम कंपनी प्लास्टिक न्यू लॉ के तहत जापान के योकोसुका सिटी में सबसे बड़े रीसाइकलिंग सयंत्रों में से एक है। यह कंपनी प्लास्टिक के वेस्ट संग्रह और रीसाइकलिंग करती है। पर्यावरण अनुकूल यांत्रिक रीसाइक्लिंग और लाईमेक्स उत्पाद टीबीएम ने योकोसुका सिटी का प्लांट जापान में सबसे बड़ा प्लास्टिक रीसाइकलिंग प्लांट है। जो कानागावा प्रांत में योकोसुका शहर के साथ काम कर रहा है। इस बोर में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण सिंह ने हमारे संवाददाता कैलाश चंद को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों उन्होंने जापान दौरे पर निवेशकों के साथ बैठक की थी। कंपनी के अधिकारियों के दौरे के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली जापानी सिटी में टीबीएम कंपनी को भूखंड आवंटित कराया जाएंगे। इस कंपनी के यहां पर स्थापित होने से प्लास्टिक रीसाइकलिंग व बायोमेडिकल वेस्ट की समस्या बिल्कुल समाप्त हो जाएगी। इससे बनने वाला पदार्थ लाईमेक्स जीरो कार्बन उत्सर्जन पदार्थ है। इस मेटेरियल का उपयोग पैकेजिंग और बैटरी बनाने वाली कंपनियों द्वारा किया जाएगा। इसे भविष्य का मैटेरियल भी कहा जा रहा है। यह पर्यावरण के लिए गेम चेंजर साबित होगा। कंपनी के भारत में निवेश करने के दौरान उसे सरकार की तरफ से कई तरह की छूट दी जाएगी। इस मेटेरियल के बनाए जाने के बाद पीएम मोदी के जीरो कार्बन की पहल को आगे बढ़ाने के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।
Rajneesh kumar tiwari