जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएम मोदी के फ्रांस दौरे ने दुनिया में भारत का लोहा मनवा दिया। एआई समिट के ग्रुप फोटो में जो दिखा वह अविश्वनीय लगा। मेजबान फ्रांस के राष्ट्रपति पीएम मोदी के साथ दिखे। दिलचस्प बात यह है कि इस फोटो में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो कोने में दिखाई दिए। इतना ही नहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस को भी पीएम मोदी का समर्थन करना पड़ा। पीएम मोदी के फ्रांस के दौरे की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान भारत की इस सफलता जल-भुन गया है। बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पेरिस में एआई एक्शन समिट को संबोधित करते हुए कई अहम बातें कहीं। पीएम मोदी की फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी बातचीत की है। इस दौरान दोनों देशों में रक्षा सहयोग और व्यापार साझेदारी को बढ़ाने पर बात हुई है। पाकिस्तान के राजनीतिक टिप्पणीकार कमर चीमा ने इसे भारत के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक माना। उन्होंने भारत के फ्रांस को पिनाका रॉकेट बेचने पर हैरत जताई है। कमर चीमा का कहना है कि जिस तरह से फ्रांस में नरेंद्र मोदी का प्रभाव दिखा है, वो कमाल है। पेरिस में एआई तकनीक के भविष्य पर बात हुई है। यूरोपीयन यूनियन एआई में बड़े निवेश की घोषणा कर रहा है। भारत इसका अहम हिस्सेदार है। अगला एआई समिट भी इंडिया में होने जा रहा है। ये बताने को काफी है कि एआई में भारत दुनिया का अगुआ बनने की और है। एआई समिट में शामिल हुए नेताओं के जो ग्रुप फोटो आए हैं, उसमें मेजबान फ्रांस के प्रेसीडेंट के साथ बीच में नरेंद्र मोदी खड़े हैं। एक और दिलचस्प बात इस फोटो में ये है कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो कोने में दिख रहे हैं। कनाडा से भारत की हालिया दिनों में तनातनी रही है। साफ है कि दुनिया ने भारत का हाथ पकड़ा है और कनाडा को किनारे किया है। इतना ही नहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस को भी पीएम मोदी का समर्थन करना पड़ा है। विदेश मामलों के जानकारों ने पाकिस्तान की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत आज बहुत ऊंचे स्तर पर खेल रहा है। भारत जिस वर्ल्ड लेवल पर है, वहां तक जाने के लिए पाकिस्तान को एक बहुत लंबा रास्ता चुनना है। पाकिस्तान तो फिलहाल कहीं खेल में भी नहीं दिख है। नरेंद्र मोदी पेरिस में एआई पर बात कर रहे हैं। मोदी ने ग्लोबल साउथ लीडर की तरह खुद को पेश किया है। विदेश मामलों के जानकारों का मानना है कि यूरोप के देश भारत से नजदीकी चाहते हैं। इसकी वजह ये है कि यूरोपियन यूनियन पर डोनाल्ड ट्रंप ने कई प्रतिबंध लगाए हैं। ऐसे में फ्रांस के प्रेसीडेंट मैक्रों आगे बढ़कर मोदी को गले लगा रहे हैं। फ्रांस समझ रहा है कि अमेरिका पर भरोसा कम होने पर भारत की जरूरत होगी। ऐसे में भारत पर भविष्य में निर्भरता को लेकर अभी से काम करना होगा। वह भारत से हथियार डील पर ज्यादा बात करना चाहते हैं। फ्रांस और भारत में हथियारों की डील पर कमर चीमा ने बात की। कमर ने कहा कि फ्रांस और भारत में हथियार समझौते नई बात नहीं है। अब फर्क ये है कि दोनों तकनीक का ट्रांसफर कर रहे हैं। यहां तक कि अब भारत अपने पिनाका रॉकेट फ्रांस को बेचने पर बात कर रहा है। ये भारत के लिए एक बड़ी बात है। भारत ने फ्रांस को दोस्त बना रखा है तो रूस से भी उसकी दोस्ती चल रही है।
Rajneesh kumar tiwari