जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। रूस ने ऐसा हथियार तैयार किया है जिससे अमेरिका के साथ ही एलन मस्क की भी शामत आ जाएगी। यह नई प्रणाली सैटेलाइट के सिग्रल की पहचान कर ड्रोन और यूएवी का पता लगा सकती है। रूस ने यह भी कहा है कि वह अपने नए सिस्टम का यूक्रेन के अंदर परीक्षण कर रहा है। रूस सेना ने अत्याधुनिक हथियार विकसित करने में सफलता हासिल की है। जिससे यूक्रेन और उसके सहयोगियों के साथ ही अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क के लिए बड़ी मुश्किल पैदा हो सकती है। रूसी सेना का नया सिस्टम स्टारलिंक जैसी उपग्रह प्रणालियों के साथ दुश्मन के मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों की पहचान कर सकता है। साथ ही उनके सिग्नल का पता लगाकर उन्हें नष्ट कर सकता है। रूस ने इस सिस्टम को स्टारलिंक किलर नाम दिया है। अधिकारिक तौर पर इसे कलिंका मॉनिटरिंग सिस्टम कहा जाता है। बता दें कि रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया था। इसके बाद अमेरिका ने यूक्रेन की सेना को बड़ी संख्या में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्टारलिंक संचार टर्मिनल दिए हैं। यूक्रेनी सेना अपने अभियानों के कोआर्डिनेशन और हवाई और नौसैनिक ड्रोन से जुड़ने के लिए स्टारलिंक का उपयोग कर रही है। ऐसे में रूस का यह हथियार अमेरिका और मस्क दोनों के लिए बेहद खतरनाक बनने जा रहा है। रूस की समाचार एजेंसी स्पुतनिक की रिपोर्ट के अनुसार रूसी सेना इस समय यूक्रेन में अपनी नई निगरानी प्रणाली का परीक्षण कर रही है। यह 15 किलोमीटर की दूरी तक हवाई और समुद्री ड्रोन का पता लगा सकती है। इसे रूस के सेंटर फॉर अनमैन्ड सिस्टम एंड टेक्लोनलॉजी ने विकसित किया है। सीबीएसटी बोर्ड के अध्यक्ष एंड्री बेज्रुकोव ने कहा कि कलिंका सिस्टम रूसी सेना को स्टारलिंक टर्मिनलों का जल्दी से पता लगाने और उन्हें निशाना बनाने में मदद कर सकती है। बेज्रुकोव ने कलिंका के बारे में दावा किया कि यह स्टारलिंक के मिलिट्री संस्करण स्टारशील्ड से संचार टर्मिनलों को भी निर्देशित कर सकता है। बता दें कि स्पेसएक्स का स्टारलिंक एक सैटेलाइट पर आधारित इंटरनेट सेवा है। यह दुनिया भर में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट उपलब्ध कराती है। यह प्रणाली प्रकाश के माध्यम से डेटा को ट्रांसपोर्ट करती है। यह पृथ्वी की निचली कक्षा में छोटे सैटेलाइट के समूह का उपयोग करके सीधे जमीन पर यूजर्स को इंटरनेट उपलब्ध कराता है। यह फाइबर आप्टिकल केबल के बिना ही हाई स्पीड डेटा उपलब्ध कराता है। जिसके चलते दुनिया में इसकी मांग बढ़ती जा रही है। इसके माध्यम से दूर-दराज और दुर्गम क्षेत्रों में भी आसानी से डेटा पर पहुंच हासिल होती है। अब रूस के नए हथियार से एलन मस्क के स्पेसएक्स स्टारलिंक सैटेलाइट को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
Rajneesh kumar tiwari