जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। योगी सरकार में मंत्री जीजा और विधायक साली की लड़ाई से राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। विधायक साली ने मंत्री जीजा पर संगीन आरोप लगाए हैं। सबसे मजेदार बात यह है कि अगर इस मामले में कार्रवाई हुई तो दो सियासी दलों में दरार भी आ सकती है। पूरा मामला समझने के लिए देखिए हमारा ये खास वीडियो। पूर्वांचल के करीब आधा दर्जन जिलों में मजबूत दखल रखने वाले उत्तर प्रदेश के पटेल परिवार में जंग तेज हो गई है। सिराथू सीट से सपा विधायक पल्लवी पटेल ने योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए हैं। बता दें कि आशीष पटेल अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। उन पर पॉलिटेक्निक कॉलेज में एचओडी की भर्ती को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इस भर्ती में भ्रष्टाचार से लेकर आरक्षण के नियमों का पालन न करने तक के आरोप हैं। वहीं आशीष पटेल ने यह कहकर मामले को सियासी रंग दे दिया है कि उनके चरित्र हनन के पीछे बड़े सियासी लोगों का हाथ है। आशीष पटेल का कहना है कि उनके खिलाफ शिकायत करने वालों में अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल के साथ भाजपा विधायकों का भी हाथ है। आशीष पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि पल्लवी पटेल के पीछे सियासी लोग हैं। उनकी शह पर आरोप लगाए जा रहे हैं। ये सभी जानते हैं। यही नहीं आशीष पटेल ने यह कहकर भी सियासत को और गरमा दिया है कि अगर प्रधानमंत्री या गृह मंत्री इशारा कर दें तो इस्तीफा दे देंगे। आशीष पटेल ने कहा कि पल्लवी पटेल को किससे शह मिल रही है यह किसी से छिपा नहीं है। उनका इशारा भाजपा के बड़े दिग्गज नेता की ओर था। उन्होंने कहा कि पल्लवी की फोन कॉल डिटेल निकलवा ली जाए तो पता चल जाएगा कि वे कहां से आपरेट हो रही हैं। आशीष पटेल ने कहा कि पॉलिटेक्निक कॉलेजों में भर्ती प्रक्रिया पूरी तरीके से पारदर्शी थी। इसकी पूरी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय तक को थी। अपना दल (एस) नेता आशीष पटेल इस मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वे गर्व के साथ इस प्रक्रिया के फैसले को अपना फैसला बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विधानसभा परिसर में सदन कार्यवाही के दौरान पल्लवी पटेल ने आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने की कोशिश की। विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी। विधानसभा में अपनी बात रखने के लिए पल्लवी पटेल ने धरना दिया। बाद में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने उन्हें आश्वासन देकर धरने से उठाया। अब अगर इस मामले में जांच के आदेश दिए जाते हैं तो उत्तर प्रदेश में बीजेपी और अपना दल (एस) के बीच टकराव बढ़ाने के आसार बन जाएंगे। बता दें कि पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर नियुक्ति में हेरफेर का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि 2017 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से उत्तर प्रदेश चयन सेवा आयोग के तहत भर्ती होती है। अभ्यर्थियों की हकमारी कर पदोन्नति के आधार पर पद भर दिए गए हैं। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति से 25-25 लाख रुपये की धन उगाही की गई है।
Rajneesh kumar tiwari