संवाददाता, नोएडा। करोड़ों मोटो जीपी रेस खेल प्रेमियों को निराश करने वाली खबर आई है। आयोजनकर्ता कंपनी ने 37 करोड़ का गोलमाल किया है। 20 से 22 सितंबर 2024 के बीच होने वाले दूसरे सत्र को लगभग निरस्त कर दिया गया है। अब भारत में मोटो जीपी का आयोजन मार्च 2025 में किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा के बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में आयोजित हुई पहली भारतीय मोटो जीपी के खिलाफ जांच पूरी हो गई है। जांच में पता है कि आयोजनकर्ता कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स कंपनी ने करीब 37 करोड़ रुपये की देनदारी नहीं चुकाई। अब इसकी पूरी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन को भेजी जाएगी। साथ में जिम्मेदार कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। इस बारे में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरूणवीर सिंह ने हमारे संवाददाता कैलाश चन्द्र को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साल 2023 में भारतीय मोटो जीपी का आयोजन किया गया था। आयोजन के बाद कुछ लोग यमुना प्राधिकरण पहुंचे। उन्होंने शिकायत देते हुए बताया था कि मोटो जीपी करवाने वाली कंपनी ने उनका भुगतान नहीं किया है। मोटो जीपी के लिए काम करने वाली 11 कंपनियों और लोगों को फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स ने 37 करोड़ रुपये नहीं दिए। इसकी शिकायत आने के बाद जांच शुरू की गई। अब जांच में शिकायत सही पाई गई है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने आगे बताया कि ग्रेटर नोएडा में इंडियन मोटो जीपी करवाने वाली कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर अब शासन को भेजी जाएगी। जांच में यह पाया गया है कि कंपनी ने वेंटरों से पूरा काम करवा लिया है लेकिन भुगतान नहीं किया। यह बेहद गंभीर मामला है। इसलिए फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स को ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा। इस मामले की शिकायत गौतमबुद्ध नगर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर के पास भी गई थी। जिन लोगों ने मोटो जीपी के लिए पैसा लगाया, वह अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है। दूसरी ओर फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स कंपनी के दावे भी झूठे निकाले हैं। बता दें कि मोटोजीपी कंपनी के कमर्शियल राइट ओनर और नोएडा में रेस के प्रमोटर्स फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स, और यमुना अथॉरिटी के बीच एमओयू साइन हुआ था। जिसमें कहा गया था कि मोटोजीपी कंपनी के इस आयोजन पर 472 खर्च करेगी। यानी देश में 472 करोड़ का निवेश आएगा। कंपनी ने दावा किया था कि इस आयोजन से रोजगार पैदा करने के अलावा देश में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जनहित को देखते हुए औद्योगिक विकास विभाग ने यमुना प्राधिकरण से 11 करोड़ 75 लाख रुपये लेकर कंपनी को दे दिए। वहीं प्राधिकरण का दावा है कि इस आयोजन से किसी तरह का निवेश नहीं आया है। बल्कि एक बडा घोटाला सामने आया है कि फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स ने 37 करोड़ का चूना लगा दिया।
Rajneesh kumar tiwari