जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। महाकुंभ मेले को लेकर योगी सरकर ने बड़ा फैसला लिया है। यूपी सरकार ने यहांनया जिला घोषित कर सबको चौंका दिया है। यह जिला अभी तक प्रयागराज क्षेत्र में आता था। अब इसे प्रयागराज से अलग कर एक नया नाम दे दिया गया है। वहीं मेला क्षेत्र में पर्यटकों को लुभाने के लिए भी कई फैसले लिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक आप पढ़ते आ रहे थे कि प्रदेश में कुल 75 जिले हैं। अगर अब आप अपडेट नहीं हुए तो लोगों के सामने गलत हो जाएंगे। योगी सरकार ने प्रदेश में एक नया जिला घोषित कर दिया है। प्रयागराज के जिलाधिकारी ने इसके लिए एक नोटिफिकेशन जारी कर सूचना दी। सूचना के अनुसार नए जिले का नाम महाकुंभ मेला जिला रखा गया है। बता दें कि यह फैसला आगामी कुंभ मेले के प्रबंधन और प्रशासन को सुव्यवस्थित करने के लिए लिया गया है। जिससे जनवरी 2025 में होने वाले भव्य धार्मिक आयोजन के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया जा सके। कुंभ मेले के विशेष आयोजन को सुचारू रूप से मैनेज करने और प्रशासनिक कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। नए जिले को चार तहसील क्षेत्रों के 67 गांवों को जोड़कर बनाया गया है। इस अस्थायी जिले में प्रशासन वैसे ही काम करेगा, जैसे सामान्य जिलों में करता है। कानून-व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए नए जिले में अस्थायी रूप से पुलिस थाने और चौकियां बनाई जाएंगी। महाकुंभ मेला जिले में पूरा परेड और चार तहसीलों सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना के गांव शामिल है। महाकुंभ मेला जिले के अतिरिक्त कलेक्टर मेलाधिकारी विजय किरन आनंद होंगे। सभी श्रेणी के मुकदमों में कलेक्टर के समस्त अधिकारों का उपयोग करेंगे। अधिसूचना में कलेक्टर के सभी कार्य करने के अधिकार भी उन्हें दिए गए हैं। अधिसूचना के मुताबिक तहसील सदर के 25 गांव, तहसील सोरांव के तीन गांव, तहसील फूलपुर के 20 गांव और करछना तहसील के 19 गांव शामिल किए गए हैं। महाकुंभ तक महाकुंभ मेला जिले का अस्तित्व रहेगा। बता दें कि हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला आगामी महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी 2025 को समाप्त होगा। दूसरी ओर प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर एक तरफ जहां युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। वहीं देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए भी कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इसके तहत प्रदेश में पहली बार जमीन से 18 फीट ऊपर डोम सिटी बसाने की तैयारी शुरू हो गई है। यहां से पर्यटक महाकुंभ का नजारा ले सकेंगे। पर्यटन विभाग महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के साथ आकर्षक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इसी क्रम में नैनी के अरैल तट पर, झूंसी व परेड ग्राउंड में टेंट सिटी बसाई जा रही है। यहां पर्यटकों के रहने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं वाले स्विस कॉटेज होंगे। इनका काम काफी तेजी से चल रहा है। इनकी क्षमता बढ़ाने का भी प्रयास किया जा रहा है। खास यह कि 1400 स्क्वायर फीट एरिया में बसने वाली डोम सिटी में 200 लोगों के रहने समेत कई आधुनिक सुविधाएं होंगी। लग्जरी होटल की जैसी सुविधा वाली डोम सिटी को बनाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से टेंडर के बाद की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसके लिए किराया आदि संबंधित फर्म ही तय करेगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार महाकुंभ एक तरफ आस्था का केंद्र तो है ही यह आकर्षण का भी केंद्र होता है। नागा-अघोरी, साधू-संतों को तो लोग करीब से देखने-जानने आते ही हैं। दिन ढलने के बाद यहां का नजारा कुछ अलग ही होता है। कई किलोमीटर तक तंबुओं का यह शहर चकाचौंध रोशनी से भी लोगों को आकर्षित करता है। इसी को ध्यान में रखकर डोम सिटी का बनाई जा रही है। जो पर्यटकों को आकर्षित व रोमांचित भी करेगी।
Rajneesh kumar tiwari