भीषण गर्मी और लू से लोगों को बचाने के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने बड़ी पहल की है। इस पहल से ना केवल आने-जाने वाले लोगों को धूप से राहत मिलेगी, बल्कि पुलिस भी डिहाइड्रेशन का शिकार होने से बचेगी। इतना ही नहीं, लोगों को पीने का ठंडा पानी भी मुहैया कराया जा रहा है।
जब तक आवश्यक न हो घर से ना निकलें बाहर
समूचे उत्तर भारत में चिलचिलाती धूप और लू से लोगों का बुरा हाल है। झुलसाने वाली गर्मी से नोएडा के लोग भी अछूते नहीं हैं। गर्मी और लू से परेशान लोगों को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर लोगों को जब तक आवश्यक न हो घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। ऐसे में जो लोग बाहर निकल रहे हैं, उनको राहत देने के लिए गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर बड़ी पहल की है।
रेड लाइट के पास ग्रीन नेट की व्यवस्था
आमजन को सीधी धूप से बचाने के लिए शहर के तिराहे और चौराहों पर रेड लाइट के पास ग्रीन नेट की व्यवस्था की जा रही है। यह पहल पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा शुरू की गई है। इसके साथ ही कई जगहों पर रेड लाइटों के पास एनजीओ की सहायता से पानी के घड़ों की व्यवस्था की गई है। जिससे आने-जाने वाले लोग और ड्यूुटी पर तैनात पुलिस के जवान पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन का शिकार ना हो।
रेड लाइट पर देर तक रुकने में होगी सहूलियत
नोएडा में सबसे पहले ग्रीन नेट एनएसईजेड चौराहे पर रेड लाइट के पास लगाया गया है। जो लोगों को भीषण गर्मी और धूप से राहत देने का काम कर रहा है। डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव ने बताया कि शीघ्र ही अन्य महत्वपूर्ण और भीड़भाड़ वाले चौराहों पर इस तरह का ग्रीन नेट लगवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नोएडा में वाहनों की संख्या बहुत अधिक है, जिसके चलते रेड लाइट पर लोगों को बहुत देर तक रुकना पड़ता है। उनको भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए चौराहों और रेड लाइट के पास ग्रीन नेट की व्यवस्था की जा रही है।
मटकों में शीतल पेयजल की भी व्यवस्था
बढ़ती गर्मी को देखते हुए ग्रेटर नोएडा के परी चौक गोल चक्कर के आस पास तीन जगह शीतल पेयजल की व्यवस्था की गई है। यहां पर 30-30 लीटर के 3-3 पानी के मटके लगाए गए हैं। इन मटकों में रोजाना 1200 लीटर आरओ का ठंडा पानी डाला जाता है। इस प्याउ को एनजीओ के सहयोग से लगाया गया है। बता दें कि परी चौक पर बड़ी संख्या में बाहर के लोगों का आना जाना रहता है। इन लोगों को गर्मी और डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए ही एनजीओ ने यह पहल की है।
Arun kumar baranwal