नई दिल्ली। तमिलनाडु में पुरातत्वविदों ने एक हैरान करने वाली खोज का दावा किया है। उन्हें खुदाई में ऐसी-ऐसी चीजें मिली हैं जिसका सिंधु घाटी सभ्यता से गहरा नाता है। आखिर ऐसा क्या मिला है जिसको लेकर सीएम एमके स्टालिन ने करोड़ों के ईनाम की घोषणा की है। यह ईनाम आपका भी हो सकता है, पर कैसे, आइये बताते हैं। तमिलनाडु के तुत्तुक्कुडी जिले के शिवगलाई स्थल पर खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को 700 से अधिक अद्वितीय कलाकृतियां मिली हैं। पुरातत्व विभाग की टीम ने जब इन कलाकृतियों का अध्ययन किया तो उन्होंने पाया कि लगभग 90 प्रतिशत भित्तिचित्र, सिंधु घाटी सभ्यता के प्रतीकों से हूबहू मिलते हैं। इनमें इंद्रगोप मनका, गोमेद, काले और लाल रंग के बर्तन, मिट्टी से बना सूत कातने का उपकरण, धूम्रपान के लिए मिट्टी की पाइप, कांच की चूड़ियां और शंख शामिल हैं। पुरातत्व विभाग ने बताया कि 140 पुरातात्विक स्थलों से प्राप्त 15,000 भित्तिचित्र युक्त बर्तनों के टुकड़ों का डिजिटलीकरण किया गया। जिसमें उन्हें सिंधु घाटी सभ्यता और दक्षिण भारत की लौह युग की बस्तियों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान के संकेत मिले हैं। हालांकि, उन्होंने इस संबंध को पुख्ता करने के लिए आगे और शोध करने की जरूरत पर बल दिया है। तमिलनाडु पुरातत्व विभाग और विशेषज्ञ इसे गहराई से समझने का प्रयास कर रहे हैं। तमिलनाडु पुरातत्व विभाग के संयुक्त निदेशक आर. शिवनाथन और प्रोफेसर के. राजन के अनुसार, खुदाई में मिली वस्तुएं और उनके विश्लेषण से यह स्पष्ट होता है कि यह सभ्यता न केवल अत्यंत प्राचीन थी, बल्कि उसमें उन्नत तकनीक और कला का विकास भी हो चुका था। खुदाई में पुरातत्व स्थल पर पाए गए 120 दफन कलशों में से एक में धान का भूसा भी पाया गया है। जिसकी कार्बन डेटिंग से यह प्रमाणित हुआ कि यह 3,200 साल पुराना है। प्राचीन पुरातात्विक स्थलों पर खुदाई के दौरान सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी लिपियां भी सामने आई हैं। तमाम कोशिश के बावजूद इन लिपियों को अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है। इस लिपि को पढ़ने या डिकोड करने वाले को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने 10 लाख अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार देने का ऐलान किया है। बता दें कि सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएं इसके व्यवस्थित नगर, उन्नत जल आपूर्ति प्रणाली, उन्नत कला और शिल्प थीं। ऐसे में माना जा रहा है कि यह खोज भारतीय सभ्यता के इतिहास में एक बड़ा पड़ाव साबित हो सकती है।
Arun kumar baranwal