चंडीगढ। हरियाणा में बीजेपी की नायब सिंह सैनी सरकार खतरे में आ गई है। तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद विधानसभा में बीजेपी का नंबर गेम बिगड़ गया है। अब बीजेपी के सामने सरकार बचाने की चुनौती खड़ी हो गई है। वहीं हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस को बड़ा आफर दिया है। हरियाणा में मंगलवार से ही सियासी हलचल तेज है। हरियाणा की मौजूदा सरकार से नाराजगी के चलते तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापसी का ऐलान कर दिया। सोमबीर सांगवान, रणधीर सिंह गोलन और धर्मपाल गोंदर ने कांग्रेस को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। धर्मपाल गोंदर ने तो नायब सैनी सरकार को किसान और गरीब विरोधी करार दिया है। अब यहां यह समझना जरूरी है कि रियाणा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा क्या है। क्या भाजपा बहुमत साबित कर अपनी सरकार बचा पाएगी। जेजेपी नेता और हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने नायब सैनी सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस को खुला आॅफर दिया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि अल्पमत में आई हरियाणा सरकार को अगर गिराया जाता है, तो वह कांग्रेस का बाहर से समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस में सोचना है कि वह बीजेपी सरकार को गिराने के लिए कोई कदम उठाएंगे या नहीं। बता दें कि हरियाणा में जब से बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन टूटा है, तब से सियासत हर रोज नया मोड़ ले रही है। पहले तो सीएम को बदला गया, फिर नए मंत्रिमंडल बनाने पर अनिल विज की नाराजगी जगजाहिर हुई। अब नए मुख्यमंत्री बने सैनी की सरकार पर खतरा आ गया है।
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हरियाणा में गजब की राजनीति
हरियाणा में गजब की राजनीति हो रही है। दो महीने पहले तक भाजपा के साथ सरकार चला रहे जेजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय चौटाला ने पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को खुला चैलेंज दिया। उन्होंने कहा कि हुड्डा सच में बीजेपी के हाथों में नहीं खेल रहे तो अब नायब सैनी सरकार को गिराएं। उन्होंने कहा कि खुद हुड्डा ने तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बाद कहा कि हरियाणा सरकार अल्पमत में है। अगर ऐसा है तो वो सरकार गिराएं। साथ ही कहा कि बीजेपी सरकार को गिराने में कांग्रेस या हुड्डा को जेजेपी के 10 विधायकों की जरूरत पड़ी तो वो साथ देने को तैयार हैं।
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हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा का गणित
दूसरी ओर हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 88 है। विधानसभा में बीजेपी के 40 और कांग्रेस के 30 विधायक हैं। साथ ही जेजेपी के 10 और 6 निर्दलीय हैं। इसके अलावा इनोले और 1 विधायक हरियाणा लोकहित पार्टी से है। विधानसभा में दो सीटें अभी खाली हैं, जिस पर 25 मई को उपचुनाव होना है। नायब सिंह सैनी सरकार के पास बहुमत से दो विधायक कम हैं। वर्तमान में नायब सैनी सरकार को तीन अन्य निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। जिन्होंने अब समर्थन वापस लेते हुए सरकार का साथ छोड़ दिया है। जिसके बाद सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। लोकसभा चुनावों के बीच में हुए हरियाणा में खेला पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने निर्दलीय विधायकों को भड़काने का काम किया है। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि निर्दलीय विधायकों ने सही समय पर सही फैसला लिया है। कांग्रेस के राज्य सभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि नायब सैनी सरकार अल्पमत में आ गई है। हरियाणा से बीजेपी सरकार की विदाई हो रही है। तीन निर्दलीय ने समर्थन वापस लिया है। कुछ विधायक इस्तीफा देकर लड़ रहे हैं। अगले चुनाव में भूपेंद्र हुड्डा की अगुवाई में सरकार बनेगी। हरियाणा सरकार अल्पमत में आ गई है। अब दीपेंद्र हुड्डा के बयानों से एक बात साफ हो गई है कि कांग्रेस हरियाणा सरकार को गिराने में दिलचस्पी नहीं ले रही है। वह भी चुनाव चाहती है।
Rajneesh kumar tiwari