जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। नासा ने पृथ्वी के करीब स्थित बेन्नू क्षुद्रग्रह में जीवन के लिए अहम तत्वों का पता लगाया है। नासा के शोध में कई ऐसे कार्बनिक योगिक और खनिजों का पता चला है जो पृथ्वी में भी मौजदू हैं। क्षुद्रग्रह में पानी के साथ-साथ कार्बन नाइट्रोजन समेत अन्य पदार्थ मौजूद थे। यह खोज अंतरिक्ष में स्थित अन्य ग्रहों पर जीवन की खोज को नई दिशा देगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान ने बड़ी खोज की है। यान ने पृथ्वी के पास मौजूद उल्का पिंड बेनु से 122 ग्राम की धूल और पत्थर एकत्रितत किए हैं। इसके टुकड़ों के अध्ययन से पृथ्वी पर ऐसे ही किसी उल्का पिंड से जीवन के तत्व मिलने के सुबूत मिले हैं। वैज्ञानियों का कहना है कि बेनु नाम के उल्का पिंड से लाए गए इन अवशेषों ने शोध का नई दिशा दी है। इनमें जीवन के तत्वों के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। इससे पहले ये साक्ष्य कभी नहीं मिले थे। नासा से जुड़े स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूट के प्रमुख शोधकर्ता टिम मैक्वाय ने इसको लेकर जानकारी साझा की। उनका कहना है कि उल्का पिंड बेनु के पत्थरों और धूल से अंतरिक्ष में मौजूद ग्रहों पर जीवन के संकेत मिले हैं। उल्का पिंड बेनु में जीवन के लिए जरूरी सभी तत्व मिले हैं। जिसमें पर्याप्त मात्रा में सोडियम युक्त खनिज, अमिनो एसिड, अमोनिया के रूप में नाइट्रोजन और यहां तक कि जेनेटिक कोड के भी कुछ हिस्से मिले हैं। शोध के दौरान बेनु में चौंकाने वाले सूक्ष्म लवण यानी साल्ट भी मिले हैं। ये तत्व अमेरिकी राज्य कैलीफोर्निया के रेगिस्तान की सूखी झील की तलहटी और अफ्रीकी रेगिस्तान सहारा में पाए जाते हैं। बता दें कि नासा का ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान इन नमूनों का एक कनस्तर लेकर उताह रेगिस्तान में उतरा था। नेचर व नेचर एस्ट्रोनामी जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार 4.5 अरब साल पहले जब सौर मंडल का निर्माण हो रहा था। तब बेनु के कुछ बेशकीमती काले दानेदार टुकड़े अंतरिक्ष में छिटक कर बिखर गए थे। इन्हीं टुकड़ों को ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान ने एकत्रित करने में सफलता हासिल की है। यह शोध इसीलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पृथ्वी पर मिले उल्का पिंड के टुकड़ों से नहीं बल्कि अंतरिक्ष में घूम रहे उल्का पिंड के नमूनों पर किया गया है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डैनियल पी. ग्लेविन का मानना है कि नए शोध में अमीनो एसिड और डीएनए में पाए जाने वाले घटक भी मौजूद हैं। नेचर एस्ट्रोनॉमी जर्नल में प्रकाशित नमूनों पर एक अध्ययन के प्रमुख लेखक ग्लेविन ने कहा कि यह सब बहुत रोमांचक है। इससे यह पता चलता है कि बेन्नू जैसे क्षुद्रग्रह अंतरिक्ष में विशाल रासायनिक कारखानों की तरह काम करते थे। ये पृथ्वी और हमारे सौर मंडल के अन्य ग्रहों में जीवन के लिए कच्चा माल पहुंचा सकते थे। ग्लेविन और उनकी टीम ने बेनू के नमूनों में हजारों कार्बनिक आणविक यौगिकों का पता लगाया है। इसमें 33 अमीनो एसिड के नमूने शामिल हैं। बता दें कि अमीनो एसिड की मदद से प्रोटीन का निर्माण होता है। ग्लेविन का इस बारे में मानना है कि शोधर्ताओं को 20 अमीनो एसिड में से 14 ऐसे हैं, जिनका इस्तेमाल जीव विज्ञान में प्रोटीन बनाने में किया जाता है। शोध में एडीनीन, गुआनिन, साइटोसिन, थाइमिन और यूरैसिल भी मिले हैं। ये पांच जैविक न्यूक्लियोबेस डीएनए और आरएनए में आनुवंशिक कोड बनाते हैं।
Rajneesh kumar tiwari