जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम हादसे की यादें आज फिर ताजा हो गई। केरल के वायनाड में भीषण बारिश के बीच लैंडस्लाइड की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया। यहां तबाह हुए मकान, उफनती नदियां और उखड़े हुए पेड़ों के दृश्य दिखाई दिए। कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया कि देखते -देखते सब कुछ बह गया। केरल के वायनाड में भारी बारिश के साथ भूस्खलन हुआ है। इसमें 100 से ज्यादा लोग फंस गए हैं। लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज के मुताबिक अब तक 84 लोगों की जान जा चुकी है। मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई। इसके बाद सुबह करीब 4 बजे फिर लैंडस्लाइड की घटना हुई। अचानक हुए भूस्खलन के बाद मलबे में 100 से ज्यादा लोग फंस गए। जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। रेस्क्यू आपरेशन की प्रगति के साथ मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। लैंडस्लाइड कितनी भयावह है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार तक अपने मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर गांवों की तस्वीर बदल गई है। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा का देश के अन्य हिस्सों से संपर्क टूट गया है। बाढ़ के पानी में बहे वाहनों को कई स्थानों पर पेड़ों की टहनियों में फंसे और यहां-वहां डूबे हुए देखा जा सकता है। उफनती नदियों ने अपना मार्ग बदल लिया है। अब नदियां रिहायशी इलाकों में बह रही हैं, जिससे और विनाश हो रहा है। पहाड़ियों से लुढ़कते बड़े-बड़े पत्थर बचावकर्मियों के रास्ते में बाधा पैदा कर रहे हैं। बचाव कार्यों में जुटे लोगों को भारी बारिश के बीच शवों और घायलों को एम्बुलेंस तक ले जाते हुए देखा जा सकता है। भूस्खलन की घटनाओं के कारण बड़े पैमाने पर पेड़ उखड़ गए हैं और बाढ़ के पानी ने हरे-भरे क्षेत्रों को नष्ट कर दिया है। हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू आपरेशन का अनुरोध किया गया था। अब सेना ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं। बचाव अभियान टीम में चिकित्साकर्मी भी शामिल हैं। दूसरी ओर वायुसेना के दो हेलीकाप्टर एमआई-17 और एक एएलएच को तमिलनाडु के सुलूर से रवाना किया गया। केरल के मुख्य सचिव वी वेणु ने बताया कि लैंडस्लाइड करीब 2-3 बार हुई। लैंडस्लाइड से घायल होने वाले लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीएम मोदी खुद इस मामले पर नजर बनाए हुए हैंं। पीएम मोदी ने भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का एलान किया है। साथ ही घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। वहीं हादसे पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने भी दुख जताया है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले को देख रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा।
Rajneesh kumar tiwari