जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अमरीका की जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में रोबोट ने खुद जटिल सर्जरी कर डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया। जेएचयू के शोधकर्ताओं ने एआई -रोबोट को जटिल मेडिकल प्रोसीजर की ट्रेनिंग दी थी। ट्रेनिंग के दौरान उसे डॉक्टरों के कई वीडियो दिखाए गए। एआई तकनीक की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। अब यह तकनीक हर क्षेत्र में कामयाब हो रही है। इसी तरह स्वास्थ्य क्षेत्र में भी एआई तकनीक का उपयोग शुरू हो गया है। अमरीका की जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में वैज्ञानिकों ने एआइ-रोबोट से सर्जरी कराने में कामयाबी हासिल की है। एआइ-रोबोट को जटिल मेडिकल प्रोसीजर पूरा करने के पहले उसे प्रशिक्षित किया गया। उसे सर्जरी करते हुए कई वीडियोज दिखाए गए। रोबोट ने डॉक्टरों की तरह बेहद सटीक तरीके से सर्जरी कर दिखाई। शोधकर्ताओं ने इसे इमीटेशन लर्निंग यानी देखकर सीखना का कामयाब प्रयोग करार दिया। यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि अब रोबोट को सर्जरी के हर कदम के लिए प्रोग्राम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यानी रोबोटिक सर्जरी पूरी तरह आटोमेटिक हो सकेगी। भविष्य में इंसानी दखल के बगैर रोबोट खुद सर्जरी कर सकेंगे। जेएचयू के वैज्ञानिकों ने जर्मनी के म्यूनिख में हुई रोबोट लर्निंग कॉन्फ्रेंस में इस उपलब्धि के बारे में बताया। उनके अनुसार अपने मॉडल में चैटजीपीटी को भी शामिल किया गया। यह रोबोट को गणितीय सूत्रों के जरिए मेडिकल की भाषा सिखाता है। प्रशिक्षण और निपुणता के संदर्भ में यह उपलब्धि रोबोटिक क्षमताओं की उन्नति को सामने लाती है। शोधकर्ताओं ने अपने मॉडल को दा विंची सर्जिकल सिस्टम नाम दिया है। यह ऐसा रोबोटिक सिस्टम है, जिसकी मदद से बिना चीरा लगाए या बेहद कम चीरा लगाकर सर्जरी की जाती है। बात दें कि एआई-रोबोट रियल टाइम में सर्जन के हाथों की नकल करता है। इसकी भुजाओं में कैमरा, लाइटिंग और विजन कार्ड सेट किया गया है। जो 3डी में हाई-डेफिनिशन विजुअल्स देता है। रोबोट की कई भुजाएं रिमोट से भी आपरेट की जा सकती हैं। दा विंची सिस्टम के रोबोट ने कई डॉक्टरों के वीडियो देख-देखकर सुई से टांके लगाने और टिश्यू उठाने जैसे महत्त्वपूर्ण सर्जिकल काम सीख लिए। सर्जरी के दौरान डॉक्टर उस समय हैरान रह गए, जब एआई-रोबोट ने कुछ ऐसे काम भी किए, जिनके वीडियो उसे नहीं दिखाए गए थे। इनमें गिरी हुई सुइयों को एकत्रित करना शामिल है। इस बारे में डॉक्टरों की टीम का कहना है यह चैटजीपीटी मॉडल का कमाल है। यह आने वाले समय में सूक्ष्म से भी सूक्ष्म आपरेशन करने में महारत हासिल कर लेगा।
Rajneesh kumar tiwari