जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जल्द इस्तीफा दे सकते हैं। उनकी सरकार जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने जा रही है। जिससे पार पाने के लिए उनके पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है। यह अविश्वास प्रस्ताव ट्रूडो सरकार में सहयोगी रहे न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के मुखिया जगमीत सिंह लाएंगे। उन्होंने ट्रूडो को पद से हटाने की कसम खाई है। कनाडा में जस्टिन ट्रूडो सरकार अब बस चंद दिनों की मेहमान है। ट्रूडो सरकार की सहयोगी रही न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने ऐलान किया है कि वह जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है। एमडीपी के नेता जगमीत सिंह ने कहा है कि वे 27 जनवरी को हाउस आफ कॉमन्स के निर्वाचित सदन के शीतकालीन अवकाश से लौटने के बाद औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। बता दें कि अभी तक न्यू डेमोक्रेटकि पार्टी को ट्रूडो सरकार के लिए संकटमोचक के रूप में देखा जा रहा था। संसद के संख्या बल को देखा जाए तो अगर सभी विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करते हैं तो ट्रूडो को इस्तीफा देना ही पड़ेगा। इसके बाद कनाडा में चुनाव होंगे। जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता पूरे देश में तेजी से गिर रही है। पिछले 18 महीनों में हुए कई सर्वेक्षणों में पता चलता है कि महंगाई और आवास संकट से मतदाताओं में गुस्सा है। वे हर कीमत पर जस्टिन ट्रूडो को प्रधानमंत्री पद से हटाना चाहते हैं। इन हालातों के बाद भी जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफा देने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी उनके ही नेतृत्व में आगामी चुनाव लड़ेगी। दूसरी ओर जगमीत सिंह का मानना है कि लिबरल पार्टी का नेतृत्व कोई भी करे, इस सरकार का समय समाप्त हो चुका है। हम हाउस आफ कॉमन्स की अगली बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। एक बड़ी विपक्षी पार्टी ब्लॉक क्यूबेकॉइस के नेता ने प्रस्ताव का समर्थन करने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई परिदृश्य नहीं है जिसमें ट्रूडो बच सकें। कंजर्वेटिव महीनों से चुनाव की मांग कर रहे हैं। बता दें कि कनाडा में हालात बदल रहे हैं। इसको लेकर कुछ दिनों पहले ही कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने इस्तीफा दे दिया था। जगमीत सिंह के अविश्वास प्रस्ताव वाली घोषणा करने से पहले, ट्रूडो के करीबी एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने भविष्य पर विचार करने के लिए क्रिसमस की छुट्टी लेंगे। जनवरी से पहले कोई घोषणा करने की संभावना नहीं है। अब तक लगभग 20 लिबरल विधायक खुले तौर पर ट्रूडो को पद छोड़ने के लिए कह रहे हैं। बता दें कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करने वाले हैं। उन्होंने कनाडा से सभी आयातों पर 25% टैरिफ लगाने का वादा किया है। यह कनाडा की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित करेगा। इन सब हालातों को देखते हुए कनाडा में ट्रुडो के खिलाफ बगावत जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
Rajneesh kumar tiwari