जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। दुनियाभर के देशों में किस देश के पास कितनी सैन्य शक्ति है यह जानने की इच्छा हर किसी के मन में रहती है। अब ग्लोबल फायरपावर मिलिट्री स्ट्रेंथ ने दुनिया की सबसे ताकवर सेनाओं की लिस्ट जारी की है। 2024 में दुनिया की सैन्य शक्तियों की रैंकिंग में अमेरिका शीर्ष पर है। इसके बाद रूस और चीन का नंबर है। भारत को इस लिस्ट में चौथा नंबर मिला है। दुनिया के कई देश वर्तमान में भीषण युद्ध की चपेट में हैं। इजराइल और लेबनान युद्ध भले ही रुकने पर के कगार पर है लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युूद्ध जारी है। वहीं सभी देश अपनी सैन्य शक्ति को विस्तार देने में जुटे हैं। इन सबके बीच ग्लोबल फायरपावर मिलिट्री स्ट्रेंथ की रिपोर्ट ने नई बहस छेड़ दी है। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि कौन देश सबसे ज्यादा पावरफुल है। लिस्ट के अनुसार शीर्ष 10 शक्तिशाली देशों के पास काफी प्रभावशाली सैन्य क्षमता मौजूद है। वहीं एक ऐसा देश है जिसने आजतक किसी भी युद्ध में भाग नहीं लिया। ग्लोबल फायरपावर की सैन्य शक्ति रैंकिंग 2024 में 145 देशों का मूल्यांकन किया गया। इसमें 60 से अधिक तथ्यों को ध्यान में रखा गया। इसमें सेना के जवान और सैन्य खर्च आदि शामिल है। वहीं इस लिस्ट में एक ऐसा देश है जिसका कोई भी जवान आजतक युद्ध में शहीद नहीं हुआ है। इस देश का नाम स्विट्जरलैंड है। फैक्ट यह है कि स्विट्जरलैंड स्थायी तटस्थता की नीति से जुड़ा हुआ है। इस नीति को वह करीब 200 वर्षों से बनाए हुए है। इस नीति की खास बात यह है कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय संघर्ष या युद्ध में शामिल नहीं होता। दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली देशों की लिस्ट में अमेरिका पहले स्थान पर है। अमेरिकी सेना पूरी दुनिया में फैली हुई है, जिनके सैन्य अड्डे भी दुनिया के कई देशों में बने हुए हैं। अमेरिका का सैन्य खर्च करीब 876 बिलियन डॉलर के साथ सबसे अधिक है। अमेरिका के बाद रूस के पास दुनिया की दूसरी सबसे शक्तिशाली सेना है। रूस का प्रतिवर्ष सैन्य खर्च लगभग 86.3 बिलियन डॉलर है। दुनिया में रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। इसी तरह रूस के बाद दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली सेना के तौर पर चीन उभर कर आया है। चीन का सैन्य खर्च लगभग 292 बिलियन डॉलर है। चीन के पास 3166 विमान और 4950 टैंक हैं, जो इसे मजबूत बनाते हैं। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में भारत चौथे नंबर पर काबिज है। भारत का सैन्य खर्च लगभग 81.3 बिलियन डॉलर है। देश की आजादी के बाद से भारत ने अपनी सैन्य शक्ति में जबरदस्त इजाफा किया है। पिछले एक दशक में भारत ने अपनी सैन्य क्षमता में खूब बढ़ोत्तरी की है। दुनिया के पांचवे स्थान पर साउथ कोरिया का कब्जा है। साउथ कोरिया अपने सेना पर प्रतिवर्ष 46.4 बिलियन डॉलर का खर्च करती है। ब्रिटेन दुनिया के छठे सबसे शक्तिशाली देश के रूप में लिस्ट में शामिल है। यूके अपने सेना पर प्रतिवर्ष 68.5 बिलियन डॉलर का खर्च करता है। यूके के पास भारी मात्रा में एयरक्राफ्ट कैरियर, युद्धपोत और लड़ाकू विमान मौजदू हैं। इसी तरह जापान एशिया का तीसरा और दुनिया की सबसे शक्तिशाली देशों की लिस्ट में सातवें स्थान पर है। यह देश प्रतिवर्ष अपनी सेना पर 46 बिलियन डॉलर का खर्च करता है। पिछले कुछ वर्षों में जापान ने अपनी सैन्य क्षमता में विस्तार किया है। तुर्की दुनिया की सबसे शक्तिशाली देशों में आठवें स्थान पर काबिज है। तुर्की का सैन्य व्यय करीब 10.6 बिलियन डॉलर है। इसी तरह पाकिस्तान दुनिया का नौवां सबसे शक्तिशाली देश है। पाकिस्तान का सैन्य खर्च 6.3 अरब डॉलर है। लिस्ट में दसवें स्थान पर इटली है। जिसकी प्रतिवर्ष सैन्य खर्च 33.5 बिलियन डॉलर है।
Rajneesh kumar tiwari