June 14, 2024
संवाददाता, नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की राह अब और आसान होगी। एयरपोर्ट को परी चौक से जोड़ने वाले प्लान में यमुना प्राधिकरण ने बड़ा बदलाव किया है। अब पॉड टैक्सी के बजाए लाइट रेल ट्रांजिट यानी एलआरटी चलाई जाएगी। इसको लेकर व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। इससे नोएडा आने वाले यात्रियों को नए सफर का एहसास होगा। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर में तरक्की की नई इबारत लिखेगा। इसके लिए यहां नए तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर और नई तरह की सर्विसेज तैयार हो र ही है। ऐसी ही आधुनिक सेवा का जिक्र अब तेज हो गया है। इसका नाम लाइट रेल ट्रांजिट यानी कि एलआरटी है। यह परी चौक से नोएडा एयरपोर्ट के बीच चलाई जाएगी। इसके माध्यम से यात्री 14 किलोमीटर का सफर तय कर सकेंगे। वहीं एयरपोर्ट से फिल्म सिटी का रूट रखा गया है। जब इसकी डीपीआर बन जाएगी तब इसके अनुमानित खर्च का ब्यौरा सामने आ जाएगा। बता दें कि पहले इस रूट पर यमुना प्राधिकरण ने पॉड टैक्सी चलाने का प्लान तैयार किया था। जिसे निरस्त कर नए प्लान तैयार किया गया है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने हमारे संवाददाता कैलाश चंद के साथ नए प्लान की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यमुना प्राधिकरण द्वारा लाइट रेल ट्रांजिट की रिपोर्ट को तैयार करने का जिम्मा जर्मन कंपनी सीमेंस और भारतीय कंपनी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड को सौंपा गया है। इस रिपोर्ट को 30 जून तक प्राधिकरण को सौंपना है। प्राधिकरण की योजना यमुना एक्सप्रेसवे के समानांतर बनी 60 मीटर चौड़ी सड़क के किनारे एलआरटी सिस्टम की लाइनें बिछाने की है। इससे ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के कई सेक्टरों की आपसी कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। अरुणवीर सिंह ने बताया कि एलआरटी सिस्टम शहरी क्षेत्रों के भीतर परिवहन के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। एलआरटी अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। स्टील पहियों के कारण ऊर्जा की कम खपत होती है। इससे संचालन लागत भी कम आती है। दुनिया के कई देशों में एलआरटी सिस्टम चल रहा है। बता दें कि एलआरटी को लाइट मेट्रो भी कहा जाता है। इस तरह के रेलवे की विशेषता है कि यह कम जगहों और कम लागत में अच्छी परिवहन सुविधा है। इसके अलावा अरुणवीर सिंह ने यह भी बताया कि गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए नमो भारत रेल परियोजना भी तैयार की गई है। जिसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। वहीं पॉड टैक्सी प्लान को कैंसिल करने के सवाल पर उन्होंने बताया कि इसकी उच्च लागत, सीमित क्षमता और संचालन खर्च के कारण प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को स्थगित कर दिया है। उन्होंने बताया कि एलआरटी की गति जहां 80 किलोमीटर है वहीं वहीं पॉड टैक्सी की अधिकतम गति सिर्फ 40 किलोमीटर प्रति घंटा है। ऐसे में मार्च में प्रदेश सरकार ने यमुना प्राधिकरण को एलआरटी सिस्टम की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए थे। अब इस पर काम शुरु हुआ है।
Rajneesh kumar tiwari