जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव जीतते ही डोनाल्ड ट्रंप एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को फोन कर चेतावनी दी। ट्रंप ने पुतिन से बातचीत में कहा कि हमें युद्ध रोकने के उपायों पर ध्यान देना चाहिए। यूरोप में हमारी सेनाएं मौजूद हैं। इसको देखते हुए रक्षा विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि रूस-यूक्रेन युद्ध जल्द ही समाप्त हो जाएगा। वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बड़ा दावा किया है। जिसके अनुसार अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फो पर बात हुई है। जिसमें ट्रंप ने पुतिन से यूक्रेन में युद्ध को न बढ़ाने को कहा है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से दोनों के बीच यह पहली फोन वार्ता थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह बात ट्रंप ने फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट से की थी। इसके अलावा रूस को यूरोप में अमेरिका की मजबूत सैन्य उपस्थिति होने की चेतावनी भी दी। वॉशिंगटन पोस्ट ने मामले की जानकारी रखने वाले अज्ञात स्रोतों के हवाले से बताया कि डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्ष को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस मुद्दे पर मॉस्को के साथ भविष्य की बातचीत में शामिल होने की इच्छा का संकेत भी दिया। इस संवाद को ढाई साल से से ज्यादा समय से चल रहे यूक्रेन संघर्ष को खत्म करने की क्षमता के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि ट्रंप लड़ाई को खत्म करने पर जोर देते रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी की तरफ से कीव को दिए जाने अरबों डॉलर के समर्थन को लेकर भी असहमति जाहिर की है। बता दें कि इसके एक दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच फोन पर बात हुई थी। जिसमें अरबपति कारोबारी और ट्रंप के करीबी एलन मस्क भी शामिल थे। जेलेंस्की ने बातचीत को शानदार बताया। उन्होंने आने वाले प्रशासन के साथ निरंतर संवाद और सहयोग के बारे में उम्मीद जताई। रिपोर्ट में बताया गया कि रूस के साथ कथित कॉल के बारे में यूक्रेनी सरकार को सूचित किया गया था। उन्होंने इस पर किसी प्रकार की आपत्ति नहीं जताई. है। वहीं यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने इसका खंडन किया है। मंत्रालय के अनुसार कीव को इस कॉल के बारे में कोई शुरूआती जानकारी नहीं दी गई थी और उन्होंने रिपोर्ट को झूठा करार दिया। दूसरी ओर रूसी रक्षामंत्री का भी इस पर बयान आया है। क्रेमलिन ने पुष्टि की कि पुतिन ट्रंप के साथ यूक्रेन पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि रूस अपनी मांगों को बदलने के लिए तैयार है। रूस चाहता है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने की अपनी योजना छोड़ दे। इसके साथ ही वर्तमान में रूस के कब्जे वाले चार क्षेत्रों को यूक्रेन में शामिल करने के अपने विचार को त्याग दे।
Rajneesh kumar tiwari