जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। चीन ने बेहद खास एआई रोबोट डिजाइन किया है। यह क्रिमिनल को पकड़ने में सक्षम है। साथ ही यह भीड़ को भी नियंत्रित कर सकता है। इस एडवांस रोबोट को जमीन और पानी दोनों पर ही काम करने के लिए बनाया गया है। यह खराब रास्तों और उबड़-खाबड़ इलाकों में भी चलने के लिए डिजाइन किया गया है। अब हर क्षेत्र में एआई तकनीक कमाल कर रही है। सड़क के डिजाइन से लेकर रेलवे तक पुल बनाने में इस तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। कंप्यूटर साइंस में इस तकनीक ने तो क्रांति ही ला दी है। अब चीने ने एक कदम बढ़ते हुए एआई तकनीक के जरिए अपराधियों को पकड़ने का भी दावा किया है। चीन की झेजियांग यूनिवर्सिटी ने 125 किलो वजनी रोबोट को विकसित किया है। इसे पुलिस की मदद करने के लिए बनाया गया है। इस रोबोट में एआई को इंटीग्रेट किया गया है। इसे नेट गन टियर स्प्रे से लैस किया गया है। रोबोट जमीन के साथ-साथ पानी में भी चल सकता है। 2017 में इसका निर्माण शुरू हुआ था। अब दिसंबर 2024 में इसे सड़कों पर गश्त करते हुए देखा जा सकता है। इस एडवांस रोबोट खराब रास्तों और उबड़-खाबड़ इलाकों में भी चलने के लिए डिजाइन है। क्रिमिनल्स को ट्रैक करने, पकड़ने और उनका मुकाबला करने के लिए रोबोट में कई एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इस रोबोट का वजन करीब 125 किलो है। स्फेरिकल शेप के इस रोबोट में नेट गन, टियर स्प्रे जैसे कई उपकरण भी लगे हुए हैं। यह 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है। सोशल मीडिया पर इस रोबोट के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें इसे पुलिस के साथ गश्त करते, हर गतिविधि पर नजर रखते और खतरे को भांप कर रुकते देखा जा सकता है। रोबोट किसी क्रिमिनल से मुकाबला करने के साथ ही जरूरत पड़ने पर पुलिस की मदद भी कर सकता है। इस रोबोट को स्वीडन की उप्साला यूनिवर्सिटी की रिसर्च से प्रेरित होकर बनाया गया है। चीन की झेजियांग यूनिवर्सिटी ने इसे विकसित किया। अपराधियों के पकड़ने के अलावा इसका इस्तेमाल आतंकवाद विरोधी अभ्यास, अग्निशमन और इमरजेंसी मामलों में किया जा सकता है। इसके अलावा नदी जल प्रदूषण का पता लगाने के लिए भी किया जाएगा। इसकी कीमत 45 लाख रुपये बताई जा रही है।
Rajneesh kumar tiwari