July 29, 2024
जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अब भारतीय सेना पाकिस्तान में बिना घुसे ही आतंक के अड्डों को धुएं में उड़ा देगी। भारत अमेरिका से सबसे खतरनाक एमक्यू-9 हंटर-किलर ड्रोन खरीद रहा है। इस खरीद के बदले अमेरिका ने भारत को स्वदेशी ड्रोन बनाने की तकनीक देने का भी आफर दिया है। अमेरिका से भारत दुनिया का सबसे खतरनाक एमक्यू-9 हंटर-किलर ड्रोन खरीद रहा है। इनकी संख्या 31 है। यह 25,955 करोड़ रुपए से ज्यादा की डील है। ये सभी ड्रोन्स भारत की तीनों सेनाओं को मिलेंगे। इस डील के साथ अमेरिका ने एक नया प्रस्ताव भी दिया है। अमेरिका ने कहा है कि वह भारत को ताकतवर स्वदेशी ड्रोन बनाने में तकनीकी सलाह और मदद करेगा। रक्षा विशेषज्ञों ने इस सौदे को एतिहासिक बताया है। उनका मानना है कि इस प्रस्ताव से भारत को अपना खतरनाक स्वदेशी ड्रोन बनाने में मदद मिलेगी। बता दें कि जो ड्रोन्स अमेरिका से आएंगे उनकी तैनाती चार स्थानों पर होगी। चेन्नई में आईएनएस राजाजी, गुजरात के पोरबंदर में इनका संचालन भारतीय नौसेना करेगी। वहीं वायुसेना और आर्मी इन्हें गोरखपुर और सरसावा एयरफोर्स बेस पर संचालित करेगी। बता दें कि इन दोनों स्थानों पर लंबा रनवे है। गोरखपुर और सरसावा बेस से एलएसी के लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर निगरानी रखना आसान हो जाएगा। वहीं 15 ड्रोन्स समुद्री इलाकों की निगरानी के लिए होंगे। बाकी चीन और पाकिस्तान की सीमाओं की निगरानी के लिए तैनात किए जाएंगे। बता दें कि एमक्यू-9 हंटर-किलर ड्रोन बेहद खतरनाक माने जाते हैं। इसी ड्रोन से अलकायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी को मारा गया था। अमेरिका इसे हंटर-किलर यूएवी कहता है। यह एक लॉन्ग रेंज एंड्योरेंस ड्रोन है। यह हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों से लैस है। इसमें लगी आर 9 एक्स हेलफायर मिसाइलें दुश्मनों के अड्डों पर हमला कर तबाह करने में सक्षम हैं। एमक्यू 9 प्रीडेटर रिमोट से उड़ाया जाता है। इसे अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स बनाती है। यह किसी भी तरह के मिशन के लिए भेजा जा सकता है। इसमें सर्विलांस, जासूसी, सूचना जमा करना या फिर दुश्मन के ठिकाने पर चुपके से हमला करना शामिल है। यह ज्यादा समय तक और ज्यादा ऊंचाई से निगरानी करने में सक्षम हैं। साथ ही सटीकता से हमला भी करता है। इसकी रेंज 1900 किलोमटी है। यह अपने साथ 1700 किलो वजन का हथियार लेकर जा सकता है। इसे दो कंप्यूटर आपरेटर्स ग्राउंड स्टेशन पर बैठकर वीडियो गेम की तरह चलाते हैं। इस ड्रोन की लंबाई 36 फीट है। और ऊंचाई 12 फीट है। ड्रोन का खाली वजन 2223 किलोग्राम है। ड्रोन में 1800 किलोग्राम ईंधन की क्षमता है। इसकी गति 482 किलोमीटर प्रति घंटे है। यह 50 हजार फीट की ऊंचाई से दुश्मन को देखकर उसपर मिसाइल से हमला कर सकता है। एमक्यू 9 में सात हार्ड प्वाइंट हैं। दो इनबोर्ड स्टेशन, दो मिडल स्टेशन एक आउटबोर्ड स्टेशन है। सेंटर स्टेशन में 4 मिसाइलें लगी होती हैं। ये हवा से जमीन पर सटीकता से हमला करती हैं। इसके अलावा दो लेजर गाइडेड बम भी लगाए जाते हैं। इसके अलावा ब्रिमस्टोन मिसाइल भी लगाई जा सकती है। सभी मिसाइलों और बमों का उपयोग जरूरत के मुताबिक किया जा सकता है।
Rajneesh kumar tiwari