जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने चीन और पाकिस्तान के होश फाख्ता करने की पूरी तैयारी कर ली है। अब सीमा पर इन देशों को घुसपैठ की हिमाकत महंगी पड़ेगी। हिंदुस्तान का नया महारक्षक एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ‘समर’ दुश्मनों के लड़ाकू विमान और हवाई टारगेट को पलभर में खाक कर देगा। चीन की बढ़ती हिमाकतों को जवाब देने के लिए भारत ने लद्दाख सीमा पर नया महारक्षक तैनात किया है। इस महारक्षक को खुद भारत ने बनाया है। यानी ये मेड इन इंडिया है। स्वदेशी फौलादी और बारूदी बॉडीगार्ड ड्रैगन पर डबल अटैक करेगा। भारत का यह कदम जहां चीन को सीधे संदेश है वहीं पाकिस्तान को भी साफ इशारा है कि वह अपनी हद में रहें। भारत ने जिस एयर डिफेंस मिसाइल को लद्दाख सीमा पर तैनात किया है उसका नाम समर है। ये रूस की पुरानी मिसाइल थी, जिसे भारत ने बदलकर महाहथियार बना दिया। इस मिसाइल सिस्टम को पिछले साल दिसंबर में ही सेना में शामिल किया गया था। समर एयर डिफेंस सिस्टम हवा से हवा में मार करने वाली पुरानी रूसी मिसाइलें आर -73 और आर-27 हैं। ये मिसाइलें एक्सपायर होने वाली थीं। तभी भारतीय वायुसेना ने इन्हें मॉडिफाई करके एयर डिफेंस सिस्टम बना दिया। कुछ महीनों पहले ही पोखरण में हुए वायुशक्ति युद्धाभ्यास में इसकी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया गया था जो मारक दिखा। अगर समर मिसाइल सिस्टम की खासियतों की बात करें तो यह ट्रक से लॉन्च की जाती है। यह 2982 किलोमीटर की स्पीड से किसी भी हवाई टारगेट को हिट कर सकती है। इस मिसाइल सिस्टम का संचालन वायुसेना की बीआरडी यूनिट करती है। यह किसी भी तरह के हेलिकॉप्टर और फाइटर जेट्स को निशाना बना सकता है। वहीं इसके डबल अटैक की बात करें तो यह दो तरह का मिसाइल सिस्टम है। पहले का नाम समर-1 और दूसरे का नाम समर-2 है। समर-1 सिस्टम में लगने वाली मिसाइल आर -73 की रेंज 12 से 40 किलोमीटर है। इसकी लंबाई 9.7 फीट है। इसका ब्यास 6.5 इंच है। इसमें 7.4 किलोग्राम का वॉरहेड लगाया जाता है। इसका कुल वजन 105 किलो है। इसी तरह समर-2 में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल आर-27 लगती है। यह 253 किलो वजनी है। इसकी लंबाई 13.4 फीट है। इसका व्यास 9.1 इंच है। इसमें पंखें लगे होते हैं। जिनका विंगस्पैन 30.4 इंच है। इसमें 39 किलो का वारहेड लगा सकते हैं। इन मिसाइलों को दागने वाले लांच ट्रक भी अलग-अलग हैं। समर-1 के लिए अशोक लीलैंड स्टैलियन ट्रक लगता है। वहीं समर-2 मिसाइलों को दागने के लिए बीईएमएल टाटा टी-815 ट्रक लगता है। दोनों मिसाइल सिस्टम की क्षमता अलग अलग है। समर 2 में लगने वाली मिसाइल कहीं ज्यादा घातक और मारक है। जो बड़े पैमाने पर बर्बादी फैलाने में सक्षम है। इसमें खतरे के आधार पर मिसाइल दागने की क्षमता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे ट्रक में छिपाकर दुश्मन को चमका दिया जा सकता है। वहीं इसको दागने में कम समय लगता है।
Rajneesh kumar tiwari