नोएडा संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के नामी अस्पताल में अब रोबोट से डॉक्टर आॅपरेशन कर रहे हैं। अस्पताल ने अत्याधुनिक दा विंची सर्जिकल रोबोट लांच किया है। इस विधि को भारत की सबसे उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकियों में से एक बताया जा रहा है। इस रोबोटिक सर्जरी का फायदा यह है कि इससे न केवल रिकवरी रेट बढ़ जाता है बल्कि मरीज जल्द स्वस्थ होकर अपने घर जा सकता है।
विदेशों में रोबोट से जटील सर्जरी
विदेशों में रोबोट से जटील सर्जरी की बातें अक्सर सामने आती रहती हैं। अब भारत किसी मायने में विदेशों से पीछे नहीं है। ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन में नवीनतम और उन्नत रोबोटिक तकनीक से मरीजों का आॅपरेशन हो रहा है। यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने भारत की अत्याधुनिक चिकित्सा प्रौद्योगिकियों में एक दा विंची सर्जिकल रोबोट लांच किया है।
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2003 में दुबई में किया आॅपरेशन
अस्पताल के डॉक्टर दहावी इस आधुनिक सर्जिकल रोबोट को भारत लाए हैं। इस रोबोट के बारे में अनुभव साझा करते हुए दहावी ने बताया कि 2003 में पहली बार उन्होंने दुबई में रोबोट की मदद से आॅपरेशन किया था। इससे सामान्य आॅपरेशनों के मुकाबले कम ब्लड निकाला और इसका रिकवरी रेट बेहतर रहा। उन्होंने बताया कि तकनीक से होने वाले आॅपरेशन में मरीज को ज्यादा बड़े चीरे नहीं लगाने पड़ते। डॉक्टर रोबोट में लगे कैमरे के जरिए पेट के अंदर की गतिविधि देखते रहते हैं और सफलतापूर्वक आॅपरेशन कर लेते हैं। इस रोबोट की मदद से न केवल जनरल सर्जरी बल्कि गैस्ट्रो और यूरोलॉजी जैसे जटिल आॅपरेशन आसानी से किए जा सकते हैं।
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किडनी ट्रांसप्लांट करेगा रोबोट
किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉक्टर दुश्यन्त नादर ने बताया कि रोबोट की मदद से किडनी ट्रांसप्लांट जैसी बड़ी सर्जरी कम-से-कम समय समय में की जा सकती है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी बेहद कम होता है। यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉ नीरज चौधरी ने बताया कि सभी गैस्ट्रो सर्जरी रोबोटिक द्वारा की जा रही है। रोबोट से पेट के कैंसर का भी आॅपरेशन किया जा सकता है। यह रोबोट हिस्टेरेक्टोमी, ओवेरियन सिस्टेक्टोमी जैसी सर्जरी करने में सक्षम है। इसके परिणाम भी बहुत अच्छे रहे हैं। वहीं प्रोस्टेट कैंसर से लेकर अन्य यूरोलॉजी सर्जरी भी रोबोट के द्वारा की जा रही है। इससे सर्जरी के दौरान कम दर्द होता है। वहीं मरीजों को ज्यादा समय तक बेड रेस्ट की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
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दा विंची रोबोट तकनीक बेहद कारगर
दा विंची रोबोट के बारे में डा अमित त्यागी ने बताया कि इसका उपयोग अन्य शहरों में भी किया जा रहा है। बुलंदशहर, आगरा, मुरादाबाद, अलीगढ़, मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली के कई मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। उन्होेंने कहा कि रोबोट से आॅपरेशन के दौरान कम्प्यूटर गाइडेड मैग्नीफाइड 3-डी विजुअल प्राप्त होते हैं। इससे मरीज के लिए बेहतर परिणाम आने के चांस अधिक हैं।
Rajneesh kumar tiwari