जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के दक्षिणी राज्यों में चक्रवात का कहर शुरू हो चुका है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने डीप डिप्रेशन ने चक्रवात फेंगल का रूप ले लिया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हिस्सों में बारिश शुरूहो चुकी है। हैं। नागपट्टिनम, कुड्डालोर, मयिलादुथुराई और तिरुवरुर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां स्कूल और कॉलेज कल से ही बंद कर दिए गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार ‘दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। आईएमडी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगले दो दिनों में चक्रवात श्रीलंका तट के किनारे-किनारे तमिलनाडु तट की ओर उत्तर-उत्तर पश्चिम की बढ़ेगा। यह मानसून के बाद के मौसम में भारतीय तट को प्रभावित करने वाला दूसरा चक्रवात है। इससे पहले चक्रवात दाना आया था, जिसने अक्टूबर के अंत में ओडिशा में तांडव मचाया था। मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश में दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार सूबे के कई इलाकों में 27 से लेकर 29 नवंबर तक भारी बारिश हो सकती है। सतर्कता बरतते हुए विभाग ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली, नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई, कुड्डालोर, तंजावुर, विल्लुपुरम और तिरुवरुर समेत कई इलाकों में स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा चेन्नई और चेंगलपट्टू में भी स्कूल बंद हैं। यहां भारी बारिश शुरू हो चुकी है। मौसम विभग की ओर से मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 29 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम तथा श्रीलंका और तमिलनाडु के तटों पर न जाएं। समुद्र में मौजूद मछुआरों को तुरंत तटों पर लौटने की सलाह दी गई है ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो सके। इसके लिए एनडीआरएफ सहित कई टीमों को पहले से ही अलर्ट कर दिया है। राज्य सरकारों के अलावा केंद्र सरकार भी इस पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।
Rajneesh kumar tiwari