जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अंतरिक्ष में स्पेश स्टेशन स्थापित करने की योजना के बाद भारत ने एक और बड़ा प्लान तैयार किया है। इस स्पेस स्टेशन ऐसे-ऐसे एक्सपेरिमेंट होंगे कि दुनिया देखती रह जाएगी। इसी क्रम में इसरो ने अंतरिक्ष में आलू की खेती करने की योजना तैयार की है। भारत जल्द ही उन चुनिंदा देशों की लिस्ट में शामिल होने जा रहा है, जिनके पास अपना खुद का स्पेस स्टेशन होगा। इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गनाइजेशन और डिपार्टमेंट आफ बायोटेक्नोलॉजी ने मिलकर एक खास समझौता किया है। इसके तहत, भारत के अपने स्पेस स्टेशन भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन में बायोटेक्नोलॉजी से जुड़े कई अनोखे प्रयोग किए जाएंगे। यह स्पेस स्टेशन न केवल अंतरिक्ष में जीवन की तलाश करेगा, बल्कि मानवतापूर्ण लक्ष्यों की ओर भी काम करेगा। इसमें नई दवाइयां, बेहतर कृषि तकनीकें और नए ऊर्जा स्रोतों के विकास को बढ़ावा देने के लिए शोध किए जाएंगे। यह स्पेस स्टेशन 2028 से 2035 के बीच बनकर तैयार होगा। भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की घोषणा पहली बार 2019 में की गई थी। इसरो ने बेहतर कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए अंतरिक्ष में आलू उगाने की योजना बनाई है। बता दें कि अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण यानी ग्रेविटी नहीं होती। जिससे वहां रहने वाले लोगों की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए स्पेस स्टेशन में अध्ययन किया जाएगा। स्पेस स्टेशन पर ऐसे एल्गी यानी एक तरह का पौधे पर रिसर्च होगा। जिससे स्पेस में खाना उगाया जा सके। इसके अलावा इसको लंबे समय तक स्टोर करने की योजना पर काम किया जाएगा। इन भोज्य पदार्थों में आलू सबसे बेहतर है जो सबसे ज्यादा समय तक खराब नहीं होता। इसलिए वैज्ञानिक इस योजना पर काम कर रहेहैं कि स्पेस में आलू की खेती शुरू की जाए। दूसरी ओर वैज्ञानिका रेडिएशन पर भी काम करेंगे। बता दें कि स्पेस में बहुत ज्यादा रेडिएशन होता है। यह हेल्थ के लिए हानिकारक है। इससे बचने के तरीके भी ढूंढे जाएंगे। वहीं कुछ खास तरह के एल्गी से रॉकेट के लिए फ्यूल बनाने पर भी रिसर्च की जाएगी। मतलब स्पेस में भारत ऐसे-ऐसे एक्सपेरिमेंट करने वाला है कि दुनिया देखती रह जाएगी। बता दें कि भारत अकेला नहीं है जो अपना स्पेस स्टेशन बना रहा है। अमेरिका, कनाडा, रूस, जापान ने मिलकर स्पेश स्टेशन बनाया था। यह 1998 से अंतरिक्ष में है। अब यह 2030 के बाद सेवा से हटाया जा सकता है। इसको चलाने में बहुत पैसा खर्च होता है। इन सहयोगी देशों के बीच में इन दिनों तनाव चल रहा है। अभी हाल ही चीन के यात्री अपने अंतरिक्ष स्टेशन से वापस आए थे। उन्होंने भी वहां कई तरह के पौधे उगाए थे।
Rajneesh kumar tiwari