जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के एक विश्वविद्यालय में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां असिस्टेंट प्रोफेसर पायल बनर्जी ने अपने छात्र से क्लॉसरूम में ही शादी रचा ली। शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने र्कारवाई करते हुए महिला प्रोफेसर को छुट्टी पर भेज दिया है। वायरल वीडियो में वे दुल्हन की तरह सजी हुईं दिख रही हैं। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छात्र अनोखी घटना के गवाह बने। छात्र उस समय हैरान रह गए जब महिला प्रोफेसर पायल बनर्जी 16 श्रृंगार कर क्लॉस रूम में पहुंची। इतना ही नहीं उन्होंने अपने ही क्लासरूम में प्रथम वर्ष के छात्र से शादी रचा ली। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि एप्लाइड साइकोलॉजी विभाग की प्रमुख और महिला प्रोफेसर लाल रंग की बनारसी साड़ी पहनकर क्लासरूम पहुंची। वे हाथों में रजनीगंधा और गुलाब के फूलों से बनी माला हाथ में लिए हैं। उनके साथ एक प्रथम वर्ष का छात्र भी था। क्लास के बीचों-बीच, छात्र ने प्रोफेसर की मांग में सिंदूर भरा। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई। इस दौरान छात्र के कंधे पर एक शॉल थी, जिसका एक सिरा प्रोफेसर की साड़ी के पल्लू से बंधा था। यह बिल्कुल वैसा ही था जैसा शादियों में गठबंधन के दौरान होता है। क्लास के बाकी छात्र इस दृश्य को देखकर हैरान रह गए। कुछ छात्रों ने इस घटना की तस्वीरें और वीडियो बना ली। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। वीडियो के वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आ गया। प्रशासन ने प्रोफेसर को तुरंत छुट्टी पर भेज दिया गया। वहीं, शादी रचाने वाला छात्र भी फिलहाल लापता बताया जा रहा है। उसके सहपाठी भी इस घटना से हैरान और परेशान हैं। इस मामले पर भले ही महिला प्रोफेसर पायल बनर्जी अपनी सफाई दे रही है लेकिन उनकी बात किसी के गले नहीं उतर रही है। उनका कहना है कि कक्षा के अंदर एक फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ उनकी शादी का साइकोड्रामा चल रहा था। छात्रों ने मुख्य किरदार निभाने का अनुरोध किया और मैं मान गई। मेरे फर्स्ट ईयर के छात्रों और मैंने स्क्रिप्ट के अनुसार अभिनय किया। इसमें कुछ भी गंभीर नहीं था। उन्होेंन कहा कि कुछ लोगों ने इसे मेरे खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया है। वहीं इस घटना पर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति तापस चक्रवर्ती ने कहा कि विभागाध्यक्ष के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। उनसे कक्षा में उनके व्यवहार के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। अब सवाल उठता है कि अगर यह वाकई एक प्रोजेक्ट का हिस्सा था, तो प्रोफेसर को छुट्टी पर क्यों भेजा गया। अगर माला पहनाना और सिंदूर लगाना किसी प्रोजेक्ट का हिस्सा था, तो प्रशासन की यह कार्रवाई समझ से परे है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर यह वाकई में एक प्रोजेक्ट था तो इसकी जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को क्यों नहीं थी? और अगर यह एक प्रोजेक्ट नहीं था, तो प्रोफेसर ने ऐसा क्यों किया? छात्र कहां है। उसकी इस बारे में क्या राय है? इन सभी सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की जाँच के बाद ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी। यह घटना चर्चा का विषय बनी है। सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। कुछ लोग इसे प्रोफेसर की निजी जिंदगी का मामला बता रहे हैं, तो कुछ लोग इसे विश्वविद्यालय की गरिमा के खिलाफ बता रहे हैं।
Rajneesh kumar tiwari