जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिका में बड़ा हादसा हुआ है। एक यात्री विमान सैन्य हेलीकॉप्टर से टकरा गया। इस हवाई जहाज में 60 यात्री सवार थे। इनमें से 18 के शव बरामद होने की भी खबर है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस हादसे को ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से जोड़कर देखा जा रहा है। इस हादसे ने 1982 के जख्मों को फिर ताजा कर दिया। वाशिंगटन के निकट रोनाल्ड रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते समय एक यात्री विमान सेना के हेलीकॉप्टर से टकरा गया। हादसे के बाद निकटवर्ती पोटोमैक नदी में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया। फिलहाल 18 शवों के बरामद किए जाने की बात सामने आ रही है। विमानन कंपनी अमेरिकन एयरलाइंस के मुताबिक, विमान में 60 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। हवाई अड्डे पर विमान परिचालन रोक दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि यात्री विमान से टकराए सैन्य हेलीकॉप्टर ने प्रशिक्षण के लिए उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर जीवित लोगों की तलाश एवं बचाव के लिए घटनास्थल के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं। हवाई अड्डे के ठीक उत्तर में जॉर्ज वॉशिंगटन पार्कवे के पास स्थित एक स्थान से बचाव नौकाओं को पोटोमैक नदी में उतारा गया है। इस बीच अमेरिका के गृह मंत्री ने कहा कि तटरक्षक बल राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ है। संघीय विमानन प्रशासन ने बताया कि यह टक्कर पूर्वी मानक समयानुसार रात लगभग नौ बजे हुई थी। जब कंसास के विचिटा से उड़ान भरने वाला एक क्षेत्रीय विमान हवाई अड्डे के रनवे पर पहुंचते समय एक सैन्य ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर से टकरा गया। यह घटना 13 जनवरी, 1982 को एयर फ्लोरिडा के विमान की दुर्घटना की याद दिलाती है। जो पोटोमैक में गिर गया था। उस हादसे में 78 लोग मारे गए थे। उस दुर्घटना का कारण खराब मौसम बताया गया था। प्लेन और हेलिकॉप्टर की टक्कर को लेकर कई थ्योरी सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि अमेरिकी सेना के हेलिकॉप्टर ने जानबूझकर प्लेन को टक्कर मारी थी। कुछ लोग इसे आतंकी घटना भी कह रहे हैं। अब खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पर संदेह जताया है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि प्लेन एक तय रूटीन पर रनवे की तरफ बढ़ रहा था। अचानक से हेलिकॉप्टर सीधे प्लेन की ओर जाने लगा। आसमान साफ था। प्लेन की लाइट्स भी आॅन थी। हेलिकॉप्टर ने अपने सामने प्लेन को देखकर रास्ता क्यों नहीं बदला? कंट्रोल टावर ने हेलिकॉप्टर पायलट को जानकारी क्यों नहीं दी कि सामने प्लेन है? इस अनहोनी को रोका जाना चाहिए था। अच्छा नहीं हुआ। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। एफबीआई का वाशिंगटन फील्ड आफिस इस मामले में मदद कर रहा है। अधिकारियों ने जांच जारी रहने के दौरान सभी पूछताछ के लिए राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं।
Rajneesh kumar tiwari