जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अफगानिस्तान की तालिबान हुकुमत और पाकिस्तान के बीच भीषण जंग छिड़ गई है। जिगरी दोस्त अब दुश्मन बन चुके हैं। पाकिस्तान के एयरस्ट्राइक में अपने लड़ाके खोने के बाद तालिबान बौखलाया हुआ है। तालिबान ने जवाब देते हुए खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर जिले में स्थित सालारजई में एक सैन्य अड्डे पर कब्जा कर लिया है। पाकिस्तान की ओर से हाल ही में अफगानिस्तान पर की गई एयरस्ट्राइक के बाद से दोनों देशों में खूनी खेल तेज हो गया है। दोनों ओर से सेनाएं एक दूसरे की सीमा में घुसकर लोगों को मार रही हैं। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पिछले कुछ दिनों से जिस तरह के हालात हैं उससे एक नए युद्ध की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है। पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान पर हमले कर रहा है। पहले पाकिस्तान ने पक्तिया में एक मस्जिद पर मोर्टार दागा। जिसमें 3 लोगों की जान चली गई। पाकिस्तान की हरकत पर अफगान के कई नागरिकों ने अंतरराष्ट्रीय दखल की मांग की है। उनका कहना है कि पाकिस्तान की ओर से लगातार नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। तालिबान ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी के लड़ाकों ने खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर जिले में स्थित सालारजई में एक सैन्य अड्डे पर कब्जा कर लिया है। अफगान सेना ने आतंकवादियों के साथ मिलकर घोजगढ़ी, माथा संगर, कोट राघा और तारी मेंगल सहित कई पाकिस्तानी सीमा चौकियों को निशाना बनाया। अब सालारजई में एक सैन्य अड्डे पर कब्जा टीटीपी की बड़ी सफलता मानी जा रही है। सोशल मीडिया पर मिलिट्री बेस के कब्जे से जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है। जिसमें टीटीपी के लड़ाके बेस पर हथियार लहराते हुए नजर आ रहे हैं। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी किया। जिसमें बताया गया है किडूरंड लाइन पर दोनों ओर से हिंसक झड़प हो रही है। तालिबान ने पाकिस्तानी सेना की दो चौकियों पर कब्जा कर लिया है। तालिबानी सैनिकों ने भारी हथियारों का इस्तेमाल कर डूरंड लाइन पर मौजूद पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों को आग के हवाले भी कर दिया है। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के 19 सैनिकों की मौत हो गई और बाकी भाग गए। तालिबानी लड़ाके गोजगढ़ी, माटा सांगर, कोट राघा और मेंगल इलाकों में घुस गए हैं। वे जमकर गोलीबारी कर रहे हैं। इस बीच पाकिस्तानी सेना ने कहा कि उसने खुर्रम और उत्तरी वजीरिस्तान में घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया है। तालिबान के जवाब में पाकिस्तान भी अफगानिस्तान की चिकननेक कहे जाने वाले वखान कॉरिडोर पर कब्जे की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञ कमर चीमा ने ये जानकारी दी है। कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने वखान कॉरिडोर पर कब्जे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस पर रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान ने ऐसा किया था बड़ा युद्ध भड़क सकता है। पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव आ सकता है। सबसे बड़ी दिक्कत है कि ऐसा होने पर तालिबान एक नया मोर्चा पाकिस्तान के खिलाफ खोल सकता है। बता दें कि वखान कॉरिडोर के एक तरफ पाकिस्तान है तो दूसरी तरफ ताजिकिस्तान है। यह कभी रूसी साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था। यानी 1947 में पाकिस्तान के बनने से पहले औपनिवेशिक काल में यह क्षेत्र ब्रिटिश साम्राज्य और रूसी साम्राज्य के बीच बफर जोन का काम करता था। वर्तमान में वखान कॉरिडोर से पाकिस्तान, चीन और ताजिकिस्तान तीनों जुड़े हैं।
Rajneesh kumar tiwari