भारत की पाकिस्तान से दुश्मनी किसी से छिपी नहीं है। आए दिन वह भारत को परमाणु बम की गीदड़ भभकी देता रहता है। लेकिन, अब भारत ने अपने इस पड़ोसी मुल्क को परमाणु बम के मामले में पीछे छोड़ दिया है। भारत में परमाणु बम की संख्या पाकिस्तान से ज्यादा हो गई है।
भारत ने 8 नए परमाणु बम बनाए
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कई वर्षों से परमाणु बम बनाने की होड़ लगी है। जिसमें अब भारत ने बढ़त हासिल कर पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। भारत ने पिछले एक साल में 8 नए परमाणु बम तैयार किए हैं, जबकि पाकिस्तान इसमें कोई बढ़ोत्तरी नहीं कर पाया है। भारत के पास अब परमाणु बम की संख्या 172 हो गई है। वहीं, पाकिस्तान के पास कुल 170 परमाणु बम है। दुनियाभर के परमाणु बम पर नजर रखने वाली संस्था सिप्री ने अपने ताजा आंकड़ों में इसका खुलासा किया है।
परमाणु हथियारों का आधुनिकीकरण
सिप्री ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत समेत 9 देशों ने साल 2023 में परमाणु हथियारों का जमकर आधुनिकीकरण किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में परमाणु संपन्न देशों के पास कुल परमाणु बमों की संख्या बढ़कर 12,121 तक पहुंच गई है। इनमें से 3904 परमाणु बम मिसाइलों और लड़ाकू विमानों में रखे गए हैं जो साल 2023 की तुलना में 60 ज्यादा है। वहीं, 2100 परमाणु बम को मिसाइलों के अंदर बहुत ज्यादा अलर्ट पर रखा गया है।
हाई अलर्ट पर रखे गए परमाणु बम
अपनी रिपोर्ट में सिप्री ने बताया कि हाई अलर्ट पर रखे गए परमाणु बमों में सबसे ज्यादा अमेरिका और रूस के हैं। ऐसा पहली बार है जब चीन ने भी अपने परमाणु बमों को हाई अलर्ट पर रख दिया है। जिसकी संख्या करीब 24 बताई जा रही है। चीन ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब ताइवान को लेकर अमेरिका के साथ उसका तनाव अपने चरम पर पहुंचता दिख रहा है। हालांकि, सिप्री का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर परमाणु बमों की संख्या में गिरावट आई है, पुराने बमों को नष्ट किया जा रहा है।
भारत की रणनीति का किया खुलासा
वहीं अगर सिर्फभारत के दुश्मन चीन की बात करें तो एक साल में उसके परमाणु बमों की संख्या 410 से 500 तक पहुंच गई है। ऐसा अनुमान है कि चीन के पास 1000 परमाणु बम हो सकते हैं। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि चीन किसी अन्य देश की तुलना में सबसे ज्यादा तेजी से परमाणु बम बना रहा है। वहीं, सिप्री का कहना है कि भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया एक ही मिसाइल पर कई परमाणु बम तैनात करने की तकनीक पर काम कर रहे हैं। जैसा अभी हाल ही में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और चीन ने किया है। संभवत: यह ट्रेंड आने वाले वर्षों में और ज्यादा बढ़ेगा, जो बहुत ही चिंताजनक है।
Arun kumar baranwal