नई दिल्ली। 9 जून को पीएम मोदी के शपथग्रहण से पहले सबसे ज्यादा चर्चा मंत्रियों के नामों पर हो रही है। रविवार को पीएम मोदी के साथ उनकी कैबिनेट के भी कई मंत्री शपथ ले सकते हैं। वहीं मोदी सरकार में कौन-कौन मंत्री बनेगा और किस दल से कितने मंत्री होेंगे इसका भी खुलासा हो चुका है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पीएम ने अपनी कैबिनेट में इस बार गठबंधन सहयोगियों का भी पूरा ध्यान रखा है। वहीं महत्वपूर्ण मंत्रालय बीजेपी अपने पास ही रख सकती है। फिलहाल कई ऐसे नाम हैं जो मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस लिस्ट में भाजपा के दिग्गज नेताओं में शामिल अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी का नाम शामिल है। इसके अलावा पीयूष गोयल, नारायण राणे भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं शिवसेना से संदीपान भूमरे या प्रताप राव जाधव मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल या सुनिल तटकरे मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। भाजपा कोटे से बाला शौरी, सुरेश गोपी, वी. मुरलीधरन, राजीव चंद्रशेखर मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलाव एल मुरगन, के अन्नमलाई, प्रह्लाद जोशी, बसवराज बोम्मई, जगदीश शेट्टार, शोभा करंदलाजे, और डॉ. सी. एन. मंजूनाथ का नाम शामिल है। इसके अलावा टीडीपी कोटे से राम मोहन नायडू, हरीश कुमार, चंद्रशेखर केंद्र में मंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं कर्नाटक से गठबंधन सहयोगी जेडीएस से एच. डी. कुमारस्वामी मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस बार सरकार में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कम हो सकता है। यहां भाजपा की 29 सीटें कम हुई हैं। बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में 72-सदस्यीय मंत्रिपरिषद में, यूपी के 13 सांसद मंत्री थे। इनमें से इस बार स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडे, संजीव बालियान, कौशल किशोर जैसे मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है। बिहार से केंद्रीय मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल होगा इसका फॉर्मूला एनडीए के स्थानीय नेताओं ने तैयार कर लिया है। बता दें कि बिहार में बीजेपी, जदयू के अलावा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास), जीतन राम मांझी हैं। जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक बिहार सरकार में जिस फॉर्मूले पर मंत्रिपरिषद का गठन हुआ है, केंद्र में भी उसी तर्ज पर मंत्री बनाए जाएंगे। यानी बिहार बीजेपी के जितने सांसद मंत्री बनेंगे, उतने ही जदयू के सांसद भी मंत्री बनेंगे। जेडीयूे और बीजेपी अलग-अलग जातीय समीकरण के हिसाब से मंत्री पद के लिए अपने सांसदों का चयन करेंगे। उदाहरण के तौर पर यदि बीजेपी कोटे से यादव जाति का कोई सांसद मंत्री बनाया जाएगा तो जेडीयू का कोई यादव सांसद मंत्री नहीं बनेगा। इसी तरह एलजेपी और हम को 1-1 मंत्री पद मिलेगा। बता दें कि बिहार में एनडीए ने 40 में से 30 सीटें जीती हैं। इनमें भाजपा की 12, जदयू की 12, लोजपा (रामविलास) की 5 और हम (सेक्युलर) की 1 सीट शामिल है. इस बार लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान की किस्मत चमकने वाली है। इस बार उन्हें कैबिनेट में जगह मिल सकती है। यह बात अलग है कि चिराग ने कहा है कि उनकी पार्टी का बीजेपी और पीएम मोदी को बिना शर्त समर्थन है। एनडीए संसदीय दल की बैठक में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए के नेता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन किया। सीएम नीतीश ने उम्मीद जताई कि पीएम बिहार के विकास का ध्यान रखेंगे।
Rajneesh kumar tiwari