जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। समंदर में डूबे 2300 साल पुराने जहाज में कई टन का बड़ा खजाना मिला है। यह साइप्रस में मिला है। वैज्ञानिकों ने इस खोज को ऐतिहासिक बताया है। समुद्री खोजकतार्ओं ने 2,300 साल पुराने जहाज को समुद्र की तलहटी में कई दशक पहले खोजा था। अब इसी जहाज में मिले सामान को लेकर हुए नए शोध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। शोधकतार्ओं का दावा है कि इस जहाज पर कई टन आर्कियोलॉजिकल खजाना है। यह इतना महत्वपूर्ण है कि यह मानव इतिहास की झलक दिखाता है। साथ ही यह नवीनतम खोज उस जहाज पर थोड़ा प्रकाश डालती है जो 2,300 साल पहले भूमध्य सागर के नीचे डूबा हुआ था। बता दें कि एंड्रियास कैरिओलू नामक गोताखोर प्रशिक्षक ने इस जहाज को खोजा था। यह प्रशिक्षक साइप्रस के तट के पास समुद्र में स्पंज की तलाश कर रहा था, जब उसे प्राचीन ग्रीक जहाज मिला था। जहाज को अब काइरेनिया नाम दिया गया है। इसका मतलब है कि ऐसा एक प्राचीन भंडारण कंटेनर जो शराब, जैतून के तेल और बादाम से भरे -पूरे हैं। वैज्ञानिक इसे खजाना बता रहे है क्योंकि यह ईसा पूर्व के आम लोगों का इतिहास बताता है। यह समुद्र की यात्रा करते थे। यह 14 मीटर लंबा जहाज है। जिसमें लगभग 400 एम्फोरा एक प्राचीन भंडारण कंटेनर है। यह रोजमर्रा के उत्पादों से भरा हुआ है। एक ऐसी खोज है जिसका विश्लेषण करने में दशकों लग गए। बता दें कि अब तक यह माना जाता रहा कि यह घटना 300 ईसा पूर्व हुई थी। काइरेनिया की अंतिम यात्रा का आकलन उसके एम्फोरा की सामग्री के आधार पर किया गया है। नए अध्ययन में सामने आया है कि जहाज पर पाई गई अन्य वस्तुओं, जैसे लकड़ी के टुकड़े, एक छोटी टहनी यह सभी इशारा कर रहे हैं यह जहाज 286 और 272 ईसा पूर्व के बीच का है। अब इस जहाज पर छिपाए गए खजाने की खोज ने सभी को अचंभित कर दिया है। अनुमान जताया गया है कि विभिन्न् जहाजों में करीब 5500 टन सोना-चांदी का विशाल खजाना हो सकता है। इसे सालों पहले 250 जहाजों द्वारा ले जाया जा रहा था। खोज में यह भी दावा किया कि समुद्र में आज भी 250 जहाज हजारों टन सोना-चांदी के साथ समुद्र में डूबे हुए हैं। 1589 में डूबे स्पैनिश जहाज में 22 टन सोना-चांदी था। ये ट्रोजन प्रायद्वीप के पास लिस्बन के दक्षिण में डूबा था। ऐसे कई जहाज मदीरा, अजोर्स और अन्य इलाकों में बिखरे पड़े हैं। चिंता की बात ये है कि इन खजानों को सुरक्षित रखने की व्यवस्था नहीं है। समंदर के नीचे अवैध खजाना शिकारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। आर्कियोलॉजिस्ट चाहते हैं कि इन्हें जल्दी से खोजकर संरक्षित किया जाए। आर्कियोलॉजिस्ट का कहना है कि खजाना लूटने वाले इन जहाजों से समंदर के अंदर ही अंदर खजाना लेकर जा सकते हैं। उन्हें कोई रोक भी नहीं पाएगा। ये जरूरी है कि पहले ऐसे जहाजों को खोजा जाए। फिर उन्हें समुद्री रूप से सुरक्षित किया जाए. इसके बाद खजाना निकालकर उन्हें सही जगह पर रखा जाए। अभी यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि 2,300 साल पहले उस जहाज पर कौन यात्रा करता था। शोध के अनुसार यह बात निश्चित है कि ये जहाज अन्य स्थानों पर व्यापार के लिए इस्तेमाल किए जाते थे।
Rajneesh kumar tiwari