जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। 14 अगस्त को एक अद्भुत खगोलिय घटना होने वाली है। इस दिन बृहस्पति-मंगल के साथ दिखने का दुर्लभ संयोग नजर आएगा। भारत ही नहीं दुनियाभर के वैज्ञानिकों की इस घटना पर नजर रहेगी। अगले हफ्ते 14 अगस्त को सौर मंडल के दो सबसे चमकीले और सबसे प्रसिद्ध ग्रह एक दूसरे के करीब से गुजरते हुए दिखाई देंगे। बृहस्पति और मंगल के इस दुर्लभ मिलन को रात के अंधेरे में आसानी से देखा जा सकता है। ये दोनों ग्रह आकाश में मात्र एक तिहाई डिग्री की दूरी पर होंगे। अंतरिक्ष में ऐसे मौके बहुत कम आते हैं जब दो या दो से अधिक ग्रह एक दूसरे के करीब दिखाई देते हैं। इसे स्थानीय समयानुसार सुबह 2:00 बजे से बुधवार को भोर तक सबसे अच्छी तरह देखा जा सकता है। इस दौरान दोनों ग्रह वृषभ राशि के साथ उत्तरपूर्वी रात्रि आकाश में उदित होंगे। साथ ही भोर तक पूर्वी क्षितिज से लगभग 50 डिग्री ऊपर चले जाएंगे। इस दुर्लभ खगोलिय घटना के दौरान बृहस्पति, मंगल से लगभग 20 गुना अधिक चमकीला दिखाई देगा। वहीं दोनों ग्रहों को दुनिया में कहीं से भी साफ आसमान में नंगी आंखों से आसानी से देखा जा सकेगा। अगर आपके पास तारों को देखने वाली दूरबीन या एक छोटी दूरबीन होगी तो आप और अधिक प्रभावी तरीके से इस घटना को देख सकते हैं। दूरबीन से देखने में न सिर्फ आपको ये दोनों ग्रह साफ नजर आएंगे बल्कि आप बृहस्पति के चार सबसे बड़े चंद्रमा को भी आसानी से देख सकेंगे। इस दौरान गैनीमीड और कैलिस्टो बृहस्पति के दोनों ओर होंगे। साथ ही अत्यधिक ज्वालामुखीय चंद्रमा आयो और संभावित रूप से रहने योग्य यूरोपा भी दिखाई देगा। मंगल बृहस्पति और उसके चंद्रमाओं से थोड़ा ऊपर दिखाई देगा। अर्थ स्काई के अनुसार दोनों ग्रहों को पृथ्वी से देखने में ऐसा लगेगा कि वे आसपास स्थित हैं या करीब आ गए हैं। जबकि, वास्तविकता इसके ठीक विपरीत है। दरअसल, इस दौरान मंगल, बृहस्पति से करीब 500 मिलियन किमी आगे पृथ्वी की ओर स्थित होगा। ऐसे में दूर से देखने में ऐसा प्रतीत होगा कि दोनों ग्रह एक पास आ गए हैं। बता दें कि बृहस्पति का आकार मंगल से कई गुना बड़ा है। ऐसे में दूर स्थित होने के बावजूद वह बड़ा और चमकदार दिखाई देगा।
Rajneesh kumar tiwari