नई दिल्ली। यूक्रेन ने पहली बार रूस के सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान को ध्वस्त कर दिया है। यूके्रन ने रूस के अंदर घुसकर हमला कर इस विमान को मार गिराया। वही यूक्रेन की इस कार्रवाई पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन को भरोसा नहीं हो रहा है। इससे दोनों देशों के बीच युद्ध तेज होने के आसार हैं। यूक्रेनी सेना ने पहली बार रूस के अंदर घुसकर एक एयर बेस पर जबरदस्त हवाई हमला किया है। इस हमले में रूस के सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान सुखोई एसयू-57 को निशाना बनाया गया है। यूक्रेनी रक्षा खुफिया एजेंसी जीआरयू ने सैटेलाइट तस्वीरों को दिखाते हुए इस हमले की पुष्टि की है। वहीं टेलीग्राम पोस्ट में यह नहीं बताया कि एसयू-57 को कैसे मारा गया या यूक्रेनी सेना की किस इकाई ने ध्वस्त किया है। फाइटरबॉम्बर नाम के एक लोकप्रिय रूसी युद्ध समर्थक और सैन्य ब्लॉगर ने भी इस हमले की पुष्टि की है। उन्होेंने लिखा कि सुखोई एसयू-57 पर हमले की रिपोर्ट सही है और इसे एक ड्रोन से निशाना बनाया गया था। रूसी युद्ध समर्थक ने कहा कि एसयू-57 लड़ाकू विमान रूस के अख्तुबिंस्क हवाई क्षेत्र में खड़ा था। बता दें कि यह हवाई अड्डा यूक्रेन में यूक्रेनी और रूसी आक्रमण बलों के बीच अग्रिम पंक्तियों से 589 किलोमीटर दूर था। पोस्ट की गई तस्वीरों से पता चला है कि 7 जून को एसयू-57 हवाई अड्डा से उड़ान भरने को तैयार हो रहा था। इसी बीच यूक्रेन ने अचानक हवाई हमला बोल दिया। इस हमले के एक दिन बाद यानी 8 जून को विस्फोट से बने गड्ढे पाए गए थे। आग से हुए नुकसान के कारण उसके पास आग के विशिष्ट धब्बे भी देखे गए। बता दें कि फरवरी 2022 में रूस द्वारा किए गए आक्रमण से यूक्रेन लड़ रहा है। दोनों पक्ष मिसाइलों और ड्रोन के साथ दुश्मन के इलाके में सैकड़ों किलोमीटर तक नियमित हमले कर रहे हैं। यूक्रेन के पास मास्को की तरह भले ही मिसाइलों का विशाल शस्त्रागार नहीं है। इसके बावजूद उसने रूस के अंदर तक मौजूद लक्ष्यों पर हमला करने के लिए लंबी दूरी के ड्रोन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। अब यही लंबी दूरी के ड्रोन रूस के फाइटर जेटों की कब्रगाह बन रहे हैं। रूसी ब्लॉगर फाइटरबॉम्बर ने यह भी बताया है कि जेट फाइटर को छर्रे लगे थे। यह देखने के लिए कि क्या विमान की मरम्मत की जा सकती है, नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर विमान को मरम्मत से परे माना जाता है तो यह एसयू-57 का पहला युद्ध नुकसान होगा। दूसरी ओर रूसी सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के सैन्य संवाददाता अलेक्जेंडर खारचेंको ने पोस्ट में सीधे हमले को स्वीकार नहीं किया। पोस्ट में केवल सैन्य विमानों की सुरक्षा के लिए हैंगर की कमी की निंदा की गई है।
Rajneesh kumar tiwari