जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में नई पृथ्वी खोजने का दावा किया है। यहां इंसानों के लिए नया घर बनाया जा सकता है। यह धनु तारामंडल में सफेद बौने तारे के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। वैज्ञानिकों के लिए यह बात हमेशा खोज और अध्ययन का विषय रही है कि पृथ्वी के अलावा और किन ग्रहों पर मानव जीवन की शुरुआत हो सकती है। इस विषय पर शोध करने के लिए कई अंतरिक्ष एजेंसियां अपना अभियान चला रही हैं। इनमें इसरो से लकर नासा तक शामिल हैं। अब वैज्ञानिकों ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। वैज्ञानिकों ने सौर मंडल से दूर एक तारे की परिक्रमा कर रहे पृथ्वी जैसा दिखने वाला नए ग्रह की खोज की है। इस ग्रह को खोजने के लिए कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी बर्कले के शोधकर्ताओं ने हवाई क्षेत्र में नासा के टेलीस्कोप की मदद ली। यह अध्ययन नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित हुआ है। नए शोध के अनुसार इस ग्रह पर संभावित रूप से इंसानों के लिए रहने योग्य घरों का निर्माण किया जा सकता है। यानी यहां मानव जीवन की शुरुआत हो सकती है। पृथ्वी की तरह देखने वाला यह चट्टानी ग्रह धनु तारामंडल में एक सफेद बौने तारे के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। इस ग्रह पर पृथ्वी के जैसे जीवन होने की संभावनाएं देखी गई हैं। वैज्ञानिकों ने इस सफेद बौने तारे की तुलना सूर्य से की है। उनका मानना है कि हो सकता है यह बौना तारा भी कभी सूर्य की तरह प्रकाश देता था। वहीं शोधकर्ताओं का मानना है कि एक दिन सूर्य भी एक लाल विशालकाय गोले में बदल जाएगा। उसके बाद सिकुड़ कर लाल बौने तारे के रूप में बदल जाएगा। यह स्थिति तब होगी जब सूर्य का परमाणु ईंधन खत्म हो जाएगा। उस समय हमारे सौरमंडल की स्थिति भयानक होगी। तब यह निश्चित होगा कि सौर मंडल में कौन से ग्रह इसकी चपेट में आएंगे और कौन से ग्रह नहीं आएंगे। वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य के सिकुड़ने की स्थिति से बुध और शुक्र ग्रह के भस्म होने की संभावना है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सूर्य के लाल दानव में बदल जाने से पृथ्वी पर क्या असर होगा ये कहना अभी मुश्किल है। लाल विशाल अवधि के दौरान पृथ्वी पर जीवन रह सकता है या नहीं फिलहाल यह अज्ञात विषय है। ऐसे में सफेद बौने तारे के चारों ओर चक्कर लगा रहा यह चट्टानी ग्रह जीवन के होने की नई उम्मीद लेकर आया है। इस नए ग्रह पर इंसानों के जिंदा रहने की संभावना हो सकती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस नए ग्रह के अलावा बृहस्पति, चंद्रमा और शनि के पास एन्सेलाडस भविष्य की पीढ़ियों के लिए संभावित नए आश्रय बन सकते हैं।
Rajneesh kumar tiwari