जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। आज रात रॉकेट की रफ्तार से आ रही है एक नहीं दो बड़ी तबाही पृथ्वी की ओर आ रही है। नासा के वैज्ञानिकों ने इसको लेकर प्रलय वाला अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के मुताबिक दो बड़े स्टेरायड पृथ्वी से टकरा सकता है। यह पृथ्वी पर भारी हलचल पैदा कर सकता है। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा जैसे अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन लगातार अंतरिक्ष में हो रहे विकास पर नजर रख रहे हैं। वे अंतरिक्ष में कुछ नए विकास खोजते हैं, उन पर शोध करते हैं और निष्कर्ष प्रकाशित करते हैं। अब नासा ने चौंकाने वाली जानकारी दी है। नासा ने पूरी पृथ्वी के लिए अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के मुताबिक 23 जुलाई को दो बड़े स्टेरायड पृथ्वी से टकरा सकते हैं। इससे पृथ्वी पर भारी हलचल पैदा हो सकती है। दोनों के नाम 2024 एनएच और 2024 एलवाई 2 है। नासा के मुताबिक पहला स्टेरायड करीब 220 फीट लंबा है। वहीं दूसरा बोइंग विमान बराबर है लेकिन इसका वजन इससे कहीं ज्यादा है। दोनों स्टेरायड 73 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंतरिक्ष में घूम रहे थे। अब इसी गति से पृथ्वी की ओर बढ़ रहे हैं। यह स्टेरायड पृथ्वी से लगभग 4.2 मिलियन किलोमीटर की दूरी से पृथ्वी की ओर आ रहा है। विखंडन से बने दोनों स्टेरायड पृथ्वी से टकरा सकते हैं और तबाही मचा सकते है। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है इस पर पूरी नजर रखी जा रही है। आशा है कि यह पृथ्वी से कुछ दूरी से गुजर जाएगा। इनके पृथ्वी से टकराने की संभावना कम है। उल्कापिंडों से हुए खतरे के बारे में बैज्ञानिकों का मानना है कि जब स्टेरायड पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं, तो वे 2013 में चेल्याबिंस्क जैसी तबाही मचाते हैं। 15 फरवरी, 2013 को रूस के दक्षिणी यूराल क्षेत्र में स्थित यह शहर एक बड़े उल्कापिंड की चपेट में आ गया था। इससे वहां आग लग थी। बता दें कि 16 जुलाई के वीडियो में हम अपने दर्शकों को इस बारे में जानकारी दे चुके हैं। जिसमें बताया था कि जुलाई महीने में कई उल्कापिंड धरती की ओर आ रहे हैं। 25 जुलाई को 2011 एमडब्ल्यू 1 के पृथ्वी के टकराने की आशंका है। साथ ही 25 जुलाई को ही 2024 एनवी1 पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। इसके अलावा 26 जुलाई को दो एस्टेरायड पृथ्वी के करीब से गुजरेंगे। इनके नाम 2024 एमएच1 और 2011 एएम 24 है। वहीं 28 जुलाई को भी खतरनाक एस्टेरायड धरती के करीब से गुजरेगा। इसका नाम 52,3664 (2012 ओडी1) है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह इसलिए खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह रास्ता बदल सकता है। बता दें कि सीएनईओएस पृथ्वी के पास गुजरने वाले एस्टेरायड पर नजर रखता है। उनकी गति, पृथ्वी से उनकी निकटता की भविष्यवाणी करता है। इससे उनसे पैदा होने वाले किसी भी संभावित खतरे का आकलन किया जा सके।
Rajneesh kumar tiwari