जनप्रवाद संवाददाता, नई दिल्ली। रूस ने यूक्रेन पर इतिहास का सबसे खतरनाक हमला किया। रूस ने यूक्रेन के शहर पर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के अनुसार मिसाइल की रेंज 5800 किलोमीटर है। वहीं इससे अब पूरी दुनिया पर परमाणु युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अब अमेरिका और ब्रिटेन पर रूस हमला कर सकता है। रूस ने यूक्रेन के दिनिप्रो शहर पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल यानी आईसीबीएम से हमला किया है। इस मिसाइल का इतिहास में इससे पहले किसी भी देश के द्वारा इस्तेमाल नहीं किया गया है। यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि हमले में कई प्रकार की मिसाइलें शामिल थीं। जिनमें रूस के अस्त्रखान क्षेत्र से लॉन्च की गई एक आईसीबीएम भी शामिल थी। यह ताम्बोव क्षेत्र में मिग-31के फाइटर जेट से दागी गई एक केएच-47एम2 किंझल एरोबैलिस्टिक मिसाइल है। इसके साथ सात केएच मिसाइलें वोल्गोग्राड क्षेत्र में टीयू-95एमएस बमवर्षकों से दागी गईं हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अब अमेरिका और ब्रिटेन की सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाने की धमकी दी है। रूसी राष्ट्रपति की धमकी यूक्रेन की तरफ से अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों को रूस के अंदर दागे जाने के बाद आई है। टेलीविजन पर अपने संबोधन के दौरान पुतिन ने पश्चिमी देशों के खिलाफ सीधे हमले की धमकी दी है। पुतिन ने कहा कि उनके देश ने यूक्रेन पर हमले में मध्यवर्ती रेंज की एक नई मिसाइल का परीक्षण किया है। पुतिन ने आगे कहा कि यूक्रेन के एटीएसीएमएस और स्टॉर्म शैडो मिसाइलों के प्रयोग के जवाब में ब्रिटेन और अमेरिका के अंदर स्थित सैन्य सुविधाएं रूसी सेना के लिए वैध लक्ष्य बन सकती हैं। बता दें कि रूस के पास एक से बढ़कर एक मिसाइलें हैं। यह पूरी दुनिया को तबाह कर सकती हैं। उसके पास आरएस 24 रोड-मोबाइल है। इसे लांचर या साइलो से लांच किया जाता है। हर मिसाइल तीन हथियार ले जाने में सक्षम है। यानी एकसाथ तीन जगहों पर हमला किया जा सकता है। रूस के पास 772 हथियार हैं। रूस ने 63 मोबाइल और 10 साइलो बेस्ड लॉन्चिंग स्टेशन बनाए हैं। इसकी रेंज 12 हजार किलोमीटर है। यह मिसाइल किसी भी तरह के एयर डिफेंस सिस्टम को धोखा दे सकती है। टोपोल-एम भी रोड-मोबाइल लांचर या साइलो से लांच किया जाता है। यह 800 किलोटन यील्ड पैदा करने वाला एक परमाणु हथियार ले जा सकती है। रूस के पास ऐसे 78 हथियार मौजूद हैं। सोवियत संघ के समय बनी आर-36 मिसाइल को स्कार्प के नाम से भी जानते हैं। इसकी रेंज 11 हजार किलोमीटर है। यह बेहद तेज गति से उड़ने वाली मिसाइल है। रूस के पास इस मिसाइल में लगाने के लिए 550-750 किलोटन यील्ड वाले 340 परमाणु हथियार मौजूद हैं। रूस के पास ऐसी 46 मिसाइलें मौजूद हैं। इसका वजन भी बहुत ज्यादा है। इसे जमीन में बने साइलो से लांच किया जाता है। यह अपने साथ 10 वॉरहेड ले जा सकती है। यानी दस जगहों पर एक साथ हमला कर सकती है। इसकी गति की वजह से इसके परमाणु वॉरहेड्स को एयर डिफेंस सिस्टम पकड़ नहीं पाते। अगर इस मिसाइल को दागा जाए तो यह अमेरिका के किसी भी तीन राज्य को एक बार में पूरी तरह से खत्म कर सकती है।
रूस के पास आर- 28 सरमत यानी शैतान बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी गति इसे हाइपरसोनिक बना देती है। यह मिसाइल 24,500 किलोमीटर की स्पीड से चलती है। रूस के पास 46 सरमत मिसाइलें हैं। ये हथियार 750 किलोटन यील्ड ऊर्जा पैदा करते हैं। इसकी रेंज 18 हजार किलोमीटर है। यह दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को फेल कर सकती है। साथ ही दुनिया के किसी भी कोने को टारगेट कर सकती है। रूस की बुलावा मिसाइल को सबमरीन से लॉन्च किया जाता है। इसे रूस की नई बोरेई क्लास सबमरीन में तैनात किया गया है। ये तोपोल-एम मिसाइल का नौसैनिक वर्जन है। इसकी रेंज 9500 किलोमीटर है। इस मिसाइल पर 100 से 150 किलोटन यील्ड वाले परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा रूस के पास ऐसे 576 हथियार मौजूद हैं। यह कई तरह के एयर डिफेंस सिस्टम को धोखा दे सकते हैं। रूस के पास तीन बोरेई क्लास सबमरीन है। हर सबमरीन पर 16 मिसाइलें तैनात हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि अगर यूक्रेन ने दोबार रूस पर हमला किया तो निश्चित रूप से विश्व युद्ध तय है।
Rajneesh kumar tiwari