June 12, 2024
भारत दौरे के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सुर बदल गए हैं। सत्ता संभालने के बाद भारत विरोधी फैसले लेने के चलते मालदीव की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है। मुइज्जू को अपनी गलती का एहसास हो गया है, अब वह भारत से दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं।
पीएम के शपथ ग्रहण के लिए आए थे भारत
प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारत आए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू स्वदेश लौटकर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। चीन के समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू ने अपनी भारत यात्रा को बेहद सफल बताया है। उन्होंने उम्मीद जताते हए कहा कि भारत के साथ करीबी संबंधों से मालदीव को पहले से अधिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इंशाअल्लाह, मुझे विश्वास है कि दोनों देशों के बीच जो अच्छी चीजें होंगी, वह पहले से कहीं ज्यादा बेहतर होंगी।
चुनाव में इंडिया आउट अभियान चलाया
बता दें कि मुइज्जू के राष्ट्रपति का पदभार संभालने के कुछ समय बाद ही भारत और मालदीव के बीच संबंध बिगड़ते चले गए थे। राष्ट्रपति चुनाव में इंडिया आउट अभियान चलाने वाले मुइज्जू ने मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों की वापसी पर जोर दिया। बाद में भारत ने इन सैनिकों की जगह नागरिक कर्मियों को तैनात किया। राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू चीन की गोद में जा बैठे और उनके साथ संबंधों को मजबूत किया। उन्होंने चीन यात्रा के दौरान भारत के खिलाफ कई जहरीले बयान भी दिए थे।
भारत के साथ काम करने की जताई इच्छा
मुइज्जू को जब पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता मिला तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। दोनों देशों में रिश्ते इतने खराब हो गए हैं कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि भारत उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में बुलाएगा। लेकिन, न्यौता मिलने के बाद मुइज्जू ने कहा कि वे भारत के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाना चाहते हैं। साथ ही पीएम मोदी के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। मुइज्जू ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ उच्च स्तरीय बैठकें करने के लिए आभारी हूं।
द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने पर जोर
राष्ट्रपति मुइज्जू की वतन वापसी पर मालदीव के विदेश मंत्रालय ने बयान दिया। जिसमें उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर शपथ ग्रहण में हिस्सा लेने के लिए भारत की यात्रा की। इस दौरान उच्चस्तरीय बैठक में मालदीव और भारत के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
Arun kumar baranwal