September 25, 2024
नई दिल्ली। मंगल ग्रह को लेकर वैज्ञानिकों की लगातार दिलचस्पी बढ़ती रही है। मंगल पर किए गए एक शोध में अचंभित करने वाली जानकारी सामने आई है। सतह के नीचे कुछ ऐसा मिला है जिसे देखकर वैज्ञानिक हैरान हैं। इस शोध से ग्रह के रहस्यमयी अंदरूनी भाग के बारे में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद बढ़ गई है। वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह के उत्तरी ध्रुव पर कई रहस्यमयी आकृतियां मिलने का दावा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जब वे मंगल ग्रह की ग्रैविटी का नक्शा बना रहे थे, तब उन्हें उत्तरी ध्रुव पर 20 रहस्यमयी और घनी आकृतियां दिखाई दीं। इनमें से एक आकृति कुत्ते जैसी है। यह एक ‘ब्लॉब’ है, जो देखने में किसी कुत्ते जैसा नजर आ रहा है। सतह के नीचे मौजूद इस आकृति को देखकर वैज्ञानिक हैरान हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, सतह के नीचे मिलीं ये आकृतियां अत्यधिक ग्रैविटी वाले ब्लॉब हैं। इसे आप थक्का कह लीजिए या कोई बेहद घनत्व वाला स्थान, इसका बनना अपने आप में एक रहस्य है। इस नक्शे से ग्रह के ज्वालामुखियों के इतिहास और सबसे ऊंचे पहाड़ ओलिंपस मॉन्स की भी जानकारी उजागर हुई है। नक्शे में मंगल ग्रह की ग्रैविटी का पूरा डिटेल है। यानी पूरे ग्रह का यह इकलौता नक्शा है, जिसे वैज्ञानिकों ने तैयार किया है। नीदरलैंड्स प्रमुख शोधकर्ता बार्ट रूट के अनुसार, नक्शे को नासा के इनसाइट लैंडर, मार्स रीकॉन्सेंस आर्बिटर और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के मार्स एक्सप्रेस के डेटा से तैयार किया गया है। जो मंगल ग्रह की छिपी हुई ग्रैविटी में होने वाले बदलावों को उजागर करता है। इस नक्शे में मंगल ग्रह के उत्तरी ध्रुव पर बोरिएलिस बेसिन में 20 अंडरग्राउंड ब्लॉब दिखे। यह 300 करोड़ साल पुरानी समुद्री तलहटी है। जो अब सूख चुकी है। ये ब्लॉब अलग-अलग आकृतियों और आकारों में हैं। शोधकर्ता जिस आकृति को देखकर सबसे ज्यादा हैरान हैं वह एक कुत्ते की तरह दिखता है। इनका घनत्व 300 से 400 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा है। बार्ट रूट के अनुसार, ये रहस्यमयी आकृतियों के पीछे ज्वालामुखीय गतिविधियां भी हो सकती हैं। या फिर किसी प्राचीन उल्कापिंड के टकराने से बनी ऊर्जा का कोई पिंड हो सकता है। जो ज्यादा ग्रैविटी का समूह हो सकता है। शोधकर्ताओं को सबसे ज्यादा हैरानी इस बात की है कि मंगल की सतह पर इसका कोई सबूत या संकेत नहीं दिखाई देता है।
Arun kumar baranwal