नई दिल्ली। खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए साल 2024 बेहद खास है। वैज्ञानिकों ने इस साल लगने वाले सूर्य ग्रहण की तारीख का खुलासा किया है। इस बार लगने वाले सूर्य ग्रहण का बस कुछ हफ्तों का इंतजार है। आप भी अनोखा नजारा देखने के लिए तैयार हो जाइये। सूर्य ग्रहण का वैज्ञानिकों के साथ-साथ आम इंसानों को भी इंतजार रहता है। क्योंकि इस खगोलीय घटना के जरिए आसमान में अनोखा और दुर्लभ नजारा देखने को मिलता है। खगोलविदों ने वर्ष 2024 के लिए दो सूर्य ग्रहण का ऐलान किया था, जिसमें एक सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लग चुका है। जो मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा में दिखाई दिया था। वहीं, अब दूसरा सूर्य ग्रहण अक्टूबर में लगने वाला है। सूर्य ग्रहण की तारीख के खुलासे से पहले यह समझना जरूरी है कि आखिर सूर्य ग्रहण होता क्या है? दरअसल, सूर्य ग्रहण एक ऐसी खगोलीय घटना है जिसमें चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। इससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं पहुंच पाता और अंधेरा छा जाता है। अंतरिक्ष से धरती पर जो विशाल परछाई दिखाई देती है इसे सूर्य ग्रहण कहते है। पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने के दौरान तो धरती पूरी तरह अंधेरे में डूब जाती है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, वर्ष 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है। यह दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के एक छोटे हिस्से में दिखाई देगा। भारत में यह रात 9 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा और रात्रि 3 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगा। इसलिए यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसकी अवधि छह घंटे की होगी। इस दौरान आसमान में आग की रिंग दिखाई देगी। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता और उसका कुछ हिस्सा ही दिखाई देता है तो आकाश में एक आग की रिंग दिखाई देती है। इसी को वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं। वहीं, जब सूर्य को चंद्रमा पूरी तरह ढक लेता है तो यह पूर्ण सूर्य ग्रहण कहलाता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान हमें सूर्य का कोरोना भी दिखाई देता है। बता दें कि सूर्य के वायुमंडल के सबसे ऊपरी हिस्से को कोरोना कहा जाता है। 2 अक्टूबर को लगने वाला वलायाकार सूर्य ग्रहण अर्जेंटीना और चिली में पूरी तरह से दिखाई देगा। बाकी दक्षिण अमेरिका में इसका आंशिक दीदार होगा।
Arun kumar baranwal