जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। इजरायल ने ईरान के अंदर घुसकर हमास चीफ इस्माइल हानिया को मार गिराया। हमास के साथ 9 महीने से चली आ रही जंग में यह इजरायल की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान में उस घर को ही उड़ा दिया है, जिसमें इस्माइल हानिया ठहरा हुआ था। वहीं अब इस हमले के बाद इजरायल और ईरान में तनाव बढ़ सकता है। इजरायल ऐसा देश है जो अपने दुश्मनों को कभी नहीं छोड़ता। जब तक वह अपने दुश्मनों का अंत नहीं कर देता चैन की नींद नहीं लेता। अब एक बार फिर इस देश ने साबित कर दिया है कि वह आतंकवाद को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। इजरायल ने 7 अक्टूबर को अपने देश में हुए खून-खराबे का बदला पूरा कर लिया। पिछले 9 महीने से बदले की आग में झुलस रहे इजरायल ने बुधवार तड़के हमास चीफ इस्माइल हानिया को ढेर कर दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि हानिया को गाजा, फिलिस्तीन या कतर में नहीं, बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान में मारा गया। हमास ने खुद बयान जारी कर अपने चीफ की मौत की पुष्टि की है। बता दें कि हमास चीफ इस्माइल हानिया कल यानी 30 जुलाई को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ था। इस दौरान हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी। इसके अगले ही दिन आज सुबह-सुबह ईजरायल ने उस घर को ही उड़ा दिया, जिसमें इस्माइल हानिया ठहरा हुआ था। दूसरी ओर इस हमले पर ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कार्प्स का भी बयान आ गया है। कॉर्प्स ने कहा कि तेहरान में हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर हमला किया गया है। इसमें हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बाडीगार्ड भी मारा गया। बता दें कि इस्माइल हानिया को 2018 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था। इस्माइल हानिया के बारे में बात करें तो वह हमास की राजनीतिक शाखा का प्रमुख था। वह 1990 में हमास से जुड़ा था। शुरूआत में वह हमास की चैरिटेबल गतिविधियों में शामिल हुआ उसके बाद हमास की राजनीतिक शाखा से जुड़ गया। समय के साथ हमास में हानिया की अहमियत बढ़ती गई। 2006 में फलस्तीन के आम चुनावों में हमास की जीत के बाद से ही संगठन में हानिया का दबदबा बढ़ने लगा था। उसे गाजा पट्टी में फलस्तीनी प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। इस दौरान मिस्र से गाजा पट्टी में आयातित वस्तुओं पर भारी कर लगाकर हानिया ने अपनी संपत्ति कई गुना बढ़ा ली। 2014 में हमास द्वारा सभी व्यापार पर 20 प्रतिशत कर लगाए जाने की घोषणा की गई थी। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इन करों की वजह से हमास के 1,700 टाप कमांडर करोड़पति बन गए। इजरायल पर बीते साल 7 अक्तूबर को हुए हमले के पीछे भी इस्माइल हानिया की अहम भूमिका थी। यही वजह थी कि इस्माइल हानिया इजरायली सुरक्षा बलों के निशाने पर था। इस्माइल हानिया कतर में रह रहा था और बताया जाता है कि वहां वह ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहा था। इस्माइल हानिया का बड़ा परिवार है और उसके 13 बच्चे हैं। हालांकि बीते दिनों हमले में उसके तीन बेटों समेत परिवार के कई सदस्य मारे गए थे।
Rajneesh kumar tiwari