जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। इजरायल ने ईरान पर ऐसा भयंकर हमला किया कि उसकी कमर ही टूट गई। अब वह चाहकर भी इजरायल पर पलटवार नहीं कर सकेगा। इजरायली वायुसेना के हमले से ईरान के मिसाइल इंडस्ट्री को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस भारी नुकसान से उभरने के लिए ईरान को कम से कम दो वर्ष का समय लग सकता है। इजरायल ने ईरान पर इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इजरायली सेना ने कहा कि उसने ईरान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया और नष्ट कर दिया। इजरायली हवाई हमलों ने ईरान की मिसाइल प्रोडक्शन यूनिट को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। यह ईरान के लिए बहुत बड़ा झटका है। एक्सियोस ने भी अपनी रिपोर्ट में इस हमले की पुष्टि की है। रिपोर्ट में वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी का हवाला देते हुए इसकी जानकारी दी गई है। पिोर्ट के अनुसार सुबह ईरान के खिलाफ इजरायल के हमलों ने ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम की एक महत्वपूर्ण यूनिट को पूरी तरह नष्ट कर दिया। इजरायली सूत्रों ने आउटलेट को बताया कि इजरायल ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए ठोस ईंधन का उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 12 प्लेनेटरी मिक्सर को ध्वस्त कर दिया। ईरान के मिसाइल शस्त्रागार का बड़ा हिस्सा बनाते हैं। बता दें कि ये मिक्सर बेहद एडवांस्ड उपकरण हैं जिन्हें ईरान खुद नहीं बनाता बल्कि ये चीन से खरीदे जाते हैं। इन इंडस्ट्रियल मिक्सर को बनाना और इन्हें निर्यात करना बहुत कठिन है। ईरान ने पिछले कुछ वर्षों में भारी कीमत पर कई मिक्सर आयात किए हैं। इजरायल ने कहा कि उसके हमले लक्षित और सटीक थे और उसका मकसद पूरा हो गया है अब इन हमलों ने ईरान की मिसाइल उत्पादन क्षमता को बर्बाद कर दिया है। इजरायल ने कहा कि अगर ईरान जवाब देता है तो उसके पास अपने नागरिकों की रक्षा करने का पूरा अधिकार है। वह हमले और बचाव दोनों के लिए तैयार है। वहीं अमेरिका ने भी कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और अगर ईरान हमला करता है तो वह इजरायल की मदद के लिए आगे आएगा। इससे पश्चिमी एशिया में बड़े युद्ध का खतरा पैदा हो गया है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार अगर अन्य मुस्लिम देश ईरान की मदद को आगे आते हैं तो तीसरा विश्व युद्ध तय माना जा रहा है। दूसरी ओर इजरायल ने कहा कि उसने पॉवर प्लांट के अलावा आयल रिफायनरी पर भी धावा बोला है। ऐसे में पूरी दुनिया में तेल का संकट भी गहरा सकता है। इजरायल ने हमले को लेकर जारी बयान में कहा कि कई शहरों में रॉकेट बरसाए हैं लेकिन ईरान की आम जनता को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। सिर्फ सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया है। ईरान ने स्वीकार किया है कि इजरायली हमले में उसके दो सैनिक मारे गए हैं। ईरानी सेना के मुताबिक ये दो सैनिक उसके मिसाइल आपरेशन का हिस्सा थे।
Rajneesh kumar tiwari