नई दिल्ली। एलियन मानव सभ्यता के सबसे रहस्यमय और रोमांचक प्रश्नों में से एक है। क्या पृथ्वी के बाहर भी जीवन मौजूद है, क्या सच में एलियन होते हैं? इस तरह के अनगिनत यक्ष प्रश्न के जवाब का वैज्ञानिकों को सदियों से इंतजार है। एलियंस पर आई ताजा रिपोर्ट में इस गुत्थी सुलझाने की बजाय और उलझा दिया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मार्स रोवर्स समेत तमाम वैज्ञानिक मिशन धरती से बाहर जीवन की तलाश में जुटे हैं। इसके अलावा, रेडियो सिग्नल्स और अन्य खगोलीय घटनाओं का अध्ययन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लेकिन अभी तक वैज्ञानिकों को एलियन को लेकर कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाया है। एलियन से जुड़ी इस पहेली को कोई नहीं सुलझा पाया है। हालांकि, इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि ब्रह्मांड में सिर्फधरती पर ही जीवन हैं। पेंटागन की ताजा रिपोर्ट ने एलियन गुत्थी को उलझा दिया है। हालांकि, रिपोर्ट में यूएफओ और एलियन को लेकर अहम जानकारी दी गई है। यूएफओ यानी अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग आब्जेक्ट। जिसका मतलब किसी ऐसी उड़ने वाली वस्तु से है जिसकी कोई पहचान नहीं है। कोई अनजान वस्तु अचानक आसमान में उड़ती दिखाई देती है तो उसे लोग यूएफओ कहते हैं। लेकिन वह वस्तु क्या है, किस ग्रह से आई किसी को कुछ मालूम नहीं होता है। कई बार तो लोग इसे जासूसी गतिविधियों से भी जोड़ कर देखते हैं। पेंटागन की नई रिपोर्ट में यूएफओ की अनेकों घटनाओं का जिक्र तो है, लेकिन ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है कि जिससे यह पता चलता हो कि वे दूसरे ग्रह से आए हैं। अज्ञात हवाई घटनाओं को ट्रैक करने के लिए 2022 में बनाए गए पेंटागन कार्यालय के शोधकर्ताओं ने इसकी पुष्टि की है। इस समीक्षा में दुनिया भर के 757 मामलों को शामिल किया गया था, जो 1 मई 2023 से 1 जून 2024 तक अमेरिकी शोधकर्ताओं को रिपोर्ट किए गए थे। इसमें 272 घटनाएं ऐसी भी शामिल हैं जो इस समय से पहले हुई थीं, लेकिन रिपोर्ट नहीं की गई थीं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसमें से अधिकांश घटनाएं हवाई क्षेत्र में हुई थीं, जो कम से कम 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर रिकॉर्ड की गई थीं। शोध में 300 घटनाओं का खुलासा किया जा चुका है। जिसमें इसकी पहचान गुब्बारे, पक्षी, विमान, ड्रोन या सैटेलाइट के तौर पर हुई है। हालांकि, सैकड़ों मामलों का खुलासा करने में शोधकर्ता विफल रहे। उन्हें यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर वह उड़ती हुई चीज क्या थी? इस शोध ने यूएफओ और एलियंस की मौजूदगी की गुत्थी को और उलझा दिया है।
Arun kumar baranwal