जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने हमास नेता याह्या सिनवार के मारे जाने के बाद गाजा के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान नेतन्याहू ने कहा कि अगर हमास इजरायली बंधकों को वापस करने और हथियार डालने पर राजी हो जाता है तो कल ही युद्ध समाप्त हो जाएगा। इजरायल अब तक हमास और हिजबुल्लाह के टॉप नेताओं को निपटा चुका है। गाजा पट्टी में हमास की कमर पूरी तरह से टूट चुकी है। उसका आखिरी बड़ा नेता याह्या सिनवार भी दो साथियों के साथ इजरायली हमला का शिकार हो चुका है। इसकी पुष्टि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद की। अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक वीडियो संदेश में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि याह्या सिनवार मर चुका है। राफा में इजरायल के बहादुर सैनिकों ने उसे मार गिराया है। हालांकि यह गाजा में युद्ध का अंत नही हैं लेकिन यह शुरूआत जरूर है। गाजा के लोगों के लिए मेरा सीधा संदेश है कि युद्ध कल समाप्त हो सकता है। इसके लिए शर्त यह है कि हमास अपने हथियार डाल दे और इजरायली बंधकों को वापस कर दे। बता दें कि हमास ने गाजा में 101 लोगों को बंधक बना रखा है। इनमें इजरायल समेत 23 देशों के नागरिक शामिल हैं। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल इन सभी को वापस लाने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि बंधकों को वापस लौटाने वालों की सुरक्षा की गारंटी इजरायल लेता है। नेतन्याहू ने बंधकों को पकड़ने वालों को भी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि इजरायल लगातार उनका पीछा कर रहा है। बंधकों को नुकसान पहुंचाने वालों को इजरायल जरूर खोज निकालेगा। नेतन्याहू ने कहा कि हमारी आंखों के सामने ईरान समर्थित आतंक की धुरी ढह रही है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री और सीआईए के पूर्व निदेशक माइक पोम्पियो ने याह्या सिनवार की मौत को लेकर अमेरिकी सरकार पर निशाना साधा। पोम्पियो ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि बाइडेन और कमला हैरिस की सीजफायर की मांग को इजरायल ने नहीं सुनी। अगर सुनी होती तो सिनवार आज जिंदा होता। वह पहले से ज्यादा इजरायलियों और अमेरिकी नागरिकों की हत्या की साजिश रच रहा होता। उन्होंने कहा कि इजरायल को ईरान समर्थित आतंकियों को नष्ट करने के लिए सही रास्ते पर आगे बढ़ता रहना चाहिए। यह अधिक सुरक्षित मिडिल ईस्ट की राह सुनिश्चित करेगा। बता दें कि याह्या सिनवार बेहद खूंखार माना जाता था। वह सात अक्टूबर के हमले का मास्टरमांइड था। वह इस साल अगस्त में हमास प्रमुख बना था। इस्माइल हानियाह की ईरान में एक विस्फोट में हत्या के बाद उसे हमास की कमान सौंपी गई थी। 1962 में जन्मा सिनवार हमास के शुरूआती सदस्यों में से एक था। हमास का गठन 1987 में हुआ था। उसे 1980 के दशक के अंत में इजरायल द्वारा गिरफ्तार किया गया था। सिनवार ने 12 संदिग्ध सहयोगियों की हत्या करने की बात स्वीकार की थी। जिसके कारण उसे खान यूनिस का कसाई कहा जाने लगा था। आखिरकार सिनवार को उसके अपराधों के लिए चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जिसमें 2 इजरायली कर्मियों की हत्या भी शामिल थी।
Rajneesh kumar tiwari