चाहे सैन्य शक्ति का मामला हो या अमीरी-गरीबी, पढ़ाई-लिखाई का हो या खुशहाली का, पाकिस्तान और भारत की तुलना हमेशा से होती रही है। वैसे तो हर मामले में भारत आगे है, लेकिन एक मामले में पाकिस्तान का एकछत्र राज है, जिसमें भारत कभी भी आगे नहंी जाना चाहेगा।
स्किल में भारतीयों से पीछे पाकिस्तान
अरब देशों में भारतीयों और पाकिस्तानियों की बड़ी आबादी है। यहां पर रहने वाले पाकिस्तानी शिक्षा और स्किल में भारतीयों से बहुत पीछे हैं, लेकिन एक चीज ऐसी भी है जिसमें पाकिस्तानियों के सामने भारत कहीं नहीं टिकता है। वो है भीख मांगने का। जी हां, इसमें आपको जरा भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए। भीख मांगने के मामले में अरब देशों खासकर संयुक्त अरब अमीरात में पाकिस्तानी सबसे आगे हैं। या यूं कहिए कि भीख मांगने में पाकिस्तानियों का एकछत्र राज है।
पाकिस्तानियों ने खोली पोल
पाकिस्तान के एक यूट्यूबर ने वहां पर रहने वाले कुछ पाकिस्तानियों से बात की तो वे दंग रह गए। उन्होंने जब उनसे भारतीयों और पाकिस्तानियों में अंतर बताने को कहा, तो चौंकाने वाले जवाब मिले। पाकिस्तानियों ने बताया कि खाड़ी देशों में रहने वाले पाकिस्तानी शिक्षा और स्किल के मामले में फिसड्डी हैं। लेकिन, अरब देशों में रहने वाले जितने भी भिखारी हैं, वे करीब-करीब सभी पाकिस्तानी हैं। इसका नेटवर्कपाकिस्तान में फैला हुआ है। वहां से लोगों का वीजा तैयार करके उन्हें खाड़ी देशों में भेजा जाता है। उनसे वहां भीख मंगवाई जाती है, इसके बदले उन्हें हर माह वेतन दिया जाता है।
दुबई में चला अभियान
बता दें कि बीते रमजान में दुबई में भिखारियों के खिलाफ एक व्यापक अभियान चलाया था। इस दौरान वहां से 200 से ज्यादा भिखारियों को पकड़ा गया था। अधिकारियों ने बताया था कि पकड़े गए भिखारियों में अधिकांश ऐसे थे जो विजिट वीजा पर पाकिस्तान से दुबई पहुंचे थे। दुबई के अधिकारियों ने बताया था कि इन भिखारियों को एक रैकेट के तहत यूएई भेजा जाता है। जहां वे लोगों की दयालुता का फायदा उठाकर भीख मांगते हैं। इस धंधे में वे अच्छा खासा पैसा इकट्ठा कर लेते हैं।
कड़ी सजा का प्रावधान
संयुक्त अरब अमीरात समेत अधिकांश खाड़ी देशों में भीख मांगने को अपराध माना जाता है। इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान रखा गया है।
दुबई पुलिस के अनुसार, भीख मांगते हुए पकड़े जाने पर कानून के मुताबिक 5000 दिरहम जुर्माने और तीन महीने की सजा का प्रावधान है। इसके साथ ही दूसरे देशों से भिखारियों को लाने पर भी कड़े जुर्माने लगाया जाता है। ऐसे लोगों पर 1 लाख दिरहम का जुर्माना और 6 महीने की सजा दी जा सकती है।
Arun kumar baranwal