जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। बांग्लादेश में व्यापक पैमाने पर हिंदू अल्पसंख्यकों और उनके घरों, संपत्तियों और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश की कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने खुद हिंदू अल्पसंख्यकों हमले की बात स्वीकार की है। यह मामला यूरोप तक पहुंच गया। नीदरलैंड के नेता ने इसे भयानक बताया। वहीं भारत में विपक्षी नेताओं ने विवादित बयान दिया है। बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद हिंदुओं पर हमले काफी तेज हो गए हैं। यहां हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। हिंदुओं पर हुए हमलों की धीरे-धीरे अब परतें खुल रही हैं। इसके साथ अभी भी हिंदुओं पर हमले जारी हैं। इस दौरान घरों को लूट लिया जा रहा है। साथ ही कई जगहों से हिंदुओं पीटने की भी खबर आई है। ढाका में हिंदू समुदाय के दो नेताओं ने बताया कि हिंदुओं के कई मंदिरों, घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। महिलाओं पर भी हमला किया गया। हसीना के देश से भागने के बाद हुई हिंसा में अवामी लीग पार्टी से जुड़े दो हिंदू नेताओं की जान चली गई। हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा अब यूरोप तक पहुंच गया है। नीदरलैंड के नेता गीर्ट वाइल्डर्स ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुए हिंसा की निंदा की। उन्होंने इसे भयानक बताया और हिंसा को जल्द समाप्त करने का भी आह्वान किया। बता दें कि बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के आरक्षण प्रणाली के खिलाफ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। बता दें कि वर्तमान समय में बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया गया। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने इसकी घोषणा की। बांग्लादेश की कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने खुद एक बयान जारी कर हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की बात स्वीकार की है। जमात-ए-इस्लामी ने कहा कि कुछ व्यक्तियों के भड़काऊ भाषण के कारण उपद्रवियों के एक समूह ने शहरों-बंदरगाहों-गांवों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। कुछ इलाकों में सरकारी इमारतों, विरोधियों के घरों और विभिन्न धर्मों के पूजा स्थलों पर हमले हुए हैं। लूटपाट और आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं। एक समझदार व्यक्ति ये काम नहीं कर सकता। बांग्लादेश के प्रमुख अखबार द डेली स्टार ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि देश के कम से कम 27 जिलों में भीड़ ने हिंदू घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमले किए। तोड़फोड़ और आगजनी की और सामान लूट लिया। ढाका के धनमंडी में, सिंगर राहुल आनंद के घर में आग लगा दी गई। यह घर करीब 140 साल पुराना था। वहीं शेख हसीना की पार्टी के 29 नेताओं के शव बरामद हुए हैं। बांग्लादेश की आपदा में भारत के विपक्षी दलों के नेताओं को मौजूदा केंद्र सरकार को नसीहत का अवसर दिख रहा है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बांग्लादेश के हालात पर टिप्पणी की। शेख हसीन ने लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही चलाई। लोकतंत्र के नाम पर तानाशाही चलाने और देश की आजादी को खतरे में डालने वालों को देश की जनता माफ नहीं करती। बांग्लादेश में जो कुछ हुआ उससे हमारे देश के नेताओं को सबक लेना चाहिए। वहीं आप नेता संजय सिंह ने कहा कि जो तानाशाही करेगा उसे देश छोड़कर भागना पड़ेगा। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो हो रहा है वह भारत में भी हो सकता है। बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री खुर्शीद शिक्षाविद मुजीबुर रहमान की किताब की लान्चिंग के मौके पर बोल रहे थे। पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे देश में इसका प्रसार चीजों को तरीके से फैलने से रोकता है, जिस तरह से बांग्लादेश में फैलाया गया है।
Rajneesh kumar tiwari