नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में लीक होने से वैज्ञानिकों में हड़कंप मच गया है। वैज्ञानिक इस लीक को रोकने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें अभी इसमें सफलता नहीं मिली है। नासा के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर इसे ठीक नहीं गया तो भयावह स्थिति पैदा हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन एक वेधशाला के तौर पर काम करता है। इसकी मदद से एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में रहकर काम करने का मौका मिलता है। इस अंतरिक्ष स्टेशन में पांच साल पहले आई खराबी ने अब भयावह रूप ले लिया है। नासा के वैज्ञानिक मॉड्यूल में आई खराबी का हल ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इसमें अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। अब समस्या इतनी बड़ी हो गई है कि उन्होंने इसे ‘हाईएस्ट-लेवल रिस्क’ घोषित किया है। नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक, अंतरिक्ष स्टेशन पर लगे एक छोटे रूसी पार्ट में लीकेज की समस्या है। यह एक तरह की टनल है जो बड़े मॉड्यूल को डॉकिंग पोर्ट से जोड़ती है। अमेरिकी और रूसी अंतरिक्ष एजेंसियों को पिछले पांच साल से इस लीकेज का पता है। लेकिन वे इस समस्या पर काबू नहीं कर पाए हैं। यह लीक एक छोटे पीआरके मॉड्यूल में है। यह प्रोग्रेस स्पेसक्राफ्ट के एयरलॉक और जवेज्दा मॉड्यूल के बीच में मौजूद है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसी पीआरके मॉड्यूल में सितंबर 2019 से लीकेज हो रहा है। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि बीते फरवरी में लीक की दर प्रतिदिन 1 पाउंड से बढ़कर 2.4 पाउंड प्रतिदिन हो गई थी। जो अप्रैल में 3.7 पाउंड प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। यह लीकेज क्यों हो रहा है, कहां से हो रहा है यह एक रहस्य सा बना हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, अब दोनों देशों की एजेंसियां बाहरी और अंदरूनी दोनों क्षेत्रों में फोकस कर रही हैं। एजेंसियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस समस्या पर काबू पा लिया जाएगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, ज्वेज्दा मॉड्यूल के हैच को अभी अस्थायी रूप से बंद किया गया है। अगर लीकेज की समस्या और गंभीर होती है तो उसे स्थायी तौर पर बंद कर दिया जाएगा। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लीक का खतरा अब उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। रूसी एजेंसी रॉसकॉसमॉस ने भरोसा जताया है कि वे लीक की दर को भयावह स्तर तक पहुंचने से पहले ही उसे बंद करने में कामयाब होंगे। लेकिन वह भयावह स्तर क्या होगा, इसे लेकर दोनों देशों के वैज्ञानिकों के बीच अभी तक सहमति नहीं बन पाई है।
Arun kumar baranwal