July 30, 2024
जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिका ने प्रशांत महासागर में अपने सबसे ताकतवर क्विकसिंक बम की ताकत दुनिया को दिखाई। इस बम ने 39,000 टन के जहाज को पलभर में तबाह कर समंदर में डुबो दिया। बम की ताकत ने प्रशांत महासागर के दोनों तरफ हलचल मचा दी। युद्ध की स्थिति में यह बम चीनी नौसेना का काल बन जाएगा। प्रशांत महासागर में स्थित हवाई द्वीप के पास अमेरिका और उसके सहयोगियों ने दुनिया के सबसे बड़े नौसैनिक अभ्यास किया है। रिम आफ द पैसिफिक 2024 नामक इस अभ्यास की धमक प्रशांत महासागर के दूसरी तरफ एशिया तक पहुंची है। बता दें कि इस अभ्यास में पहली बार अमेरिकी वायु सेना का बी-2 बमवर्षक विमान भी शामिल हुआ था। जिसने लंबी दूरी के हथियारों से लैस एक बड़े सतही जहाज को नष्ट करने अभ्यास किया। अभ्यास के दौरान बी-2 बॉम्बर ने गाइडेड बम की मदद से 39 हजार टन वजनी जहाज को तबाह कर समुद्र में डुबो दिया। रक्षा विश्लेषकों ने भविष्य में अमेरिका और चीन के बीच किसी भी संघर्ष के समय इस कामयाबी को बेहद महत्वपूर्ण बताया है। अमेरिकी वायु सेना ने इस बम को क्विकसिंक यानी जल्दी डुबाने वाला नाम दिया है। बता दें कि जिस जहाज को डुबाया गया उसका नाम तरावा है। यह एक सेवानिवृत्त 820 फुट लंबा और 39,000 टन वजनी हमलावर जहाज था। यह एक छोटे विमानवाहक पोत के आकार का जहाज था। इस बम के परीक्षण ने साबित किया है कि अमेरिकी सेना बी-2 स्टील्थ बाम्बर की मदद से 25,000 टन से ज्यादा वजनी जहाज को डुबो सकती है। अमेरिकी नौसेना ने इस बारे में बयान जारी किया। जिसमें कहा गया कि यह क्षमता समुद्री खतरों को कम से कम लागत पर जल्द बेअसर करने की तत्काल आवश्यकता का जवाब है। वही जिस विमान से बम बरसाया गया उसका नाम बी-2 बाम्बर है। यह अमेरिकी सेना का सबसे परिष्कृत विमान है। अमेरिकी वायु सेना के अनुसार यह विमान दुश्मन के भारी सुरक्षा वाले क्षेत्रों में घुसकर बमबारी कर सकता है। साथ ही दुश्मन के रडार पर जल्द नहीं आता है। बी-2 के सेंसर को युद्ध के मैदान का तस्वीर बना सकते हैं, जो हम दूरी वाले विमानों में संभव नहीं हैं। अमेरिकी वायु सेना की वेबसाइट के अनुसार इसमें 2000 पाउंड तक के वारहेड वाले सटीक बमों के साथ जोड़कर टारपीडो जैसी एंटी-शिप मारक क्षमता दी जा सकती है। विश्लेषकों का कहना है कि क्विकसिंक के बी-2 बाम्बर से लान्च होने के बाद चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में किसी भी संभावित संघर्ष की स्थिति में सोचने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बता दें कि इस इलाके में ही ताइवान, फिलीपींस और जापान के दक्षिणी द्वीप जैसे हाटस्पाट शामिल हैं। यूएस पैसिफिक कमांड ज्वाइंट इंटेलीजेंस सेंटर के पूर्व प्रमुख कार्ल शूस्टर ने कहा कि क्विकसिंक बहुत ही खास है। आप ऐसे हथियार को नजरअंदाज नहीं कर सकते जो एक ही वार में 25,000 टन से ज्यादा वजनी जहाज को एक ही वार में डुबो सकता है।
Rajneesh kumar tiwari