जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। मालदीव की अक्ल ठिकाने आ गई है। अब वेलकम इंडिया-इंडिया चिल्ला रहा है। खतरनाक आर्थिक संकट से जूझ रहे मालदीव ने विदेश नीति की दिशा बदल दी है। साथ ही भारत के साथ संबंध बदलने पर मजबूर हो गया है। वहीं एक साक्षात्कार में मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को सबसे करीबी बताया। मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुइज्जू ने भारत का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने भारत द्वारा मालदीव को 50 मिलियन का ऋण दिए जाने के बाद ऋण चुकान को आसान बनाने के लिए नई दिल्ली को धन्यवाद दिया। उन्होंने यूके के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते के लिए चल रही बातचीत का भी खुलासा किया। उन्होंने भारत के साथ भी इसी तरह के समझौते की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि स्थानीय अमेरिकी डालर की कमी को दूर करने के लिए मालदीव सरकार बीजिंग और नई दिल्ली के साथ मुद्रा विनिमय समझौतों पर बातचीत कर रही है। बता दें कि हाल ही में कूटनीतिक गलतियों के कारण मालदीव की आर्थिक परेशानियां बढ़ गई हैं। मुइज्जू के देश को उस समय बड़ा झटका लगा जब मालदीव के तीन उप-मंत्रियों ने पीएम मोदी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की। जो लक्षद्वीप की उनकी यात्रा की तस्वीरों के जवाब में थी, जिसे उन्होंने संभावित पर्यटन स्थल के रूप में प्रचारित किया था। इस कूटनीतिक चूक के कारण मालदीव के पर्यटन में भारी गिरावट आई। नतीजतन, मालदीव के पर्यटन क्षेत्र को नुकसान हुआ। अपनी अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को समझते हुए मालदीव सरकार अब भारत के संपर्क में है। मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 30 जुलाई को भारत पहुंचे। उन्होंने वेलकम इंडिया पहल के तहत रोड शो किया। यह कार्यक्रम नई दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर में पांच दिनों तक चलेगा। मालदीव सरकार ने कहा कि इन कार्यक्रमों से संबंधित पर्यटन उद्योगों के हितधारकों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी। रोड शो के दौरान मालदीव के बीच, रिजॉर्ट, गेस्ट हाउस और सांस्कृतिक इतिहास का प्रचार किया जाएगा। इस रोड शो को मालदीव के व्यापारिक प्रतिष्ठान स्पान्सर कर रहे हैं। विजिट मालदीव के चेयरमैन अब्दुल्ला गियास ने भारतीय पर्यटकों को मालदीव आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि साल के अंत तक 200,000 भारतीय पर्यटक मालदीव आएंगे। पीएम मोदी पर टिप्पणी करने वाले निलंबित मंत्रियों की घटना पर उन्होंने कहा कि हम सुधार करने को तैयार हैं। भारतीयों का स्वागत करते हैं। बता दें कि इस साल पिछले साल की तुलना में भारतीय पर्यटकों की संख्या में 42 फीसदी की कमी आई है। पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था वाले मालदीव के लिए ये बड़ा झटका है। खासतौर पर जब साल 2023 में मालदीव पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों में सबसे बड़ी संख्या भारतीयों की ही थी। यही वजह है कि मालदीव ने भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पहल की है।
Rajneesh kumar tiwari