आसमान में बहुत जल्द आपको अनोखे और दुर्लभ नजारे का दीदार होने वाला है। यह अनोखा नजारा कई वर्षों में एक बार दिखाई देता है। इस रोमांचकारी घटना में चंदा मामा सात महीने तक आसमान में ठहर जाएंगे। इस घटना को आप बिना किसी दूरबीन के खुली आंखों से देख सकेंगे।
आसमान में होगी अद्भुत घटना
करीब 18 साल बाद अंतरिक्ष में एक अद्भुत घटना होने वाली है। इस घटना में हमारा चांद आसमान में ठहर जाएगा। चंद्र का यह ठहराव तब होता है, जब पृथ्वी और चांद, दोनों का झुकाव अधिकतम होता है। इस दौरान चांद अपने सबसे ऊंचे उत्तर-पूर्वी पॉइंट पर उगता है और सबसे ऊंचे उत्तर-पश्चिमी पॉइंट पर अस्त होता है। इसी अवधि के दौरान यह अपने सबसे दक्षिण-पूर्वी पॉइंट पर भी उगता है और सबसे दक्षिण-पश्चिमी पॉइंट पर अस्त होता है।
खुली आंखों से देखा जा सकेगा नजारा
बता दें कि 8 अप्रैल 2024 को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगा था। इसके बाद अंतरिक्ष में दुनियाभर को नॉर्दन लाइट्स दिखाई पड़ी थी। अब वैज्ञानिकों को आसमान का स्टडी करने का एक और शानदार मौका मिल रहा है। जब चंद्रमा क्षितिज पर सबसे दूर उत्तरी इलाके में उदय होगा और सबसे दूर दक्षिणी इलाके में अस्त होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि जब चांद उगता है और सूर्य अस्त होता है, तब इस नजारे को एकदम साफ देखा जा सकेगा। इसके लिए मौसम साफ होना जरूरी है।
चंद्रमा का आर्बिट 5.1 डिग्री झुका
सौर मंडल जब फ्लैट महसूस होता है तब सभी ग्रह सूर्य के साथ एक ही प्लेन में रहते हैं। इस घटना को ‘एकिलीप्टिक’ कहा जाता है। धरती अपने अक्ष यानी धुरी पर 23.4 डिग्री झुकी हुई है। जबकि एकिलीप्टिक की स्थिति में ऐसा नहीं होता है। इसलिए सूरज के उगने और अस्त होने का कोण 47 डिग्री होता है। वहीं, चंद्रमा का आर्बिट 5.1 डिग्री झुका हुआ है। इसलिए यह हर महीने 57 डिग्री की रेंज में उगता और अस्त होता है। यही कारण है कि चंद्रमा अलग-अलग पोजिशन से उगता और अस्त होता है।
2006 में हुई थी पिछली बार घटना
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह घटना सितंबर में होने वाली है। यह आपको सितंबर 2024 से मार्च 2025 के बीच दिखाई देगी। इसमें चांद लंबे समय तक आसमान में ठहरा नजर आएगा। मेजर लूनर स्टैंडस्टिल यानी बड़ा चंद्र ठहराव नाम की यह घटना हर 18 साल 6 महीने में एक बार होती है। पिछली बार यह घटना 2006 में हुई थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस घटना को एक-दो दिन नहीं, बल्कि 7 महीनों तक देखा जा सकता है।
Arun kumar baranwal